अनिता चौधरी
राजनीतिक संपादक
नगरोटा मुठभेड़ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक समीक्षा बैठक की। इस दौरान गृह मंत्री, एनएसए, विदेश सचिव, वरिष्ठ खुफ़िया अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए।
इस बैठक के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट कर jभारतीय सेना को इस सफलतापूर्ण ऑपरेशन के लिए धन्यवाद् कहा। जम्मू कश्मीर के नगरोटा ऑपरेशन को बड़ी उपलब्धि बताई | “प्रधानमंत्री मोदी ने सेना की हौसलाअफजाई करते हुए कहा कि भारतीय सेना एक बहादुर प्रोफेशनल फौज है जो हर वक़्त चौकन्नी रहती है | अपने अलर्टनेस की वजह से हिन्द की सेना ने एक बार फिर दुश्मन देश पाकिस्तान के नापाक इरादों को नाकाम कर दिया | पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश -ए -मोहम्मद के 4 आतंकियों को बहादुरी के साथ मार गिराने के लिए मैं सेना के शौर्य को धन्यवाद् करता हूँ |”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि मरे हुए पाकिस्तानी आतंकवादियों के पास से जिस तरह से भारी मात्रा में में असला बारूद बरामद हुआ है इससे यह बिलकुल साफ़ है कि पाकिस्तान कश्मीर में हो रहे पंचायत और ड्रिस्ट्रिक चुनाव में खलल डालना चाहता था और स्थानीय लोगों को नुक्सान पंहूचना चाहता था |
ग़ौरतलब है कि जम्मू जिले के नगरोटा इलाके में गुरुवार तड़के चावल की बोरियों को बंकर बना कर ट्रक में चार आतंकवादी सवार होकर कश्मीर घाटी में अशांति फैलाने के इरादे से दाखिल हुए थे।
खुफ़िया रिपोर्ट मिलने पर सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने बन टोल प्लाजा के पास सुबह 5 बजे के करीब एक नाका लगाया। आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठाकर निकलने की फिराक में थे। गाड़ियों की चेकिंग के दौरान आतंकवादियों के एक ग्रुप ने सुरक्षाबलों पर फ़ायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
ट्रक में बैठकर टोल पार करने की कोशिश में थे आतंकी
आतंकियों ने ट्रक में बैठकर ही सुरक्षाबलों पर फ़ायरिंग शुरू कर दी। जवाब में सुरक्षाबलों ने उस ट्रक को ही उड़ा डाला। इसके बाद आतंकवादी पास में जंगल की तरफ भागने लगे। इससे पहले कि वे किसी खौफनाक वारदात को अंजाम दे पाते कि सेना और पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में चारों आतंकियों को मार गिराया गया। इस मुठभेड़ में जम्मू-कश्मीर के दो एसओजी भी घायल हुए। आतंकवादियों के पास से भारी मात्रा में गोला-बारूद बरामद हुआ है।
इस ट्रक की मूवमेंट लखनपुर में 9 नवम्बर को हुई थी दर्ज
दरअसल, आतंकियों को कश्मीर ले जाने वाले इस ट्रक की मूवमेंट लखनपुर में नौ नवम्बर को दर्ज हुई थी, जिसमें यह प्रदेश से बाहर सुबह साढ़े दस बजे रवाना हुआ था। सीसीटीवी फुटेज खंगालने और रिकॉर्ड जांचने के बाद भी इस ट्रक के लखनपुर के रास्ते प्रदेश में वापस लौटने का कोई सुराग हाथ नहीं लगा है। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि शायद यह ट्रक किसी माइनर पोस्ट से वापस प्रदेश में दाखिल हुआ। इससे पहले यही ट्रक एक नवम्बर को सुबह आठ बजकर 51 मिनट पर लखनपुर के रास्ते प्रदेश में दाखिल हुआ था।
ट्रक का रजिस्ट्रेशन नंबर कश्मीर का था
प्रदेश सरकार की ओर से अंतरराज्यीय रूटों पर प्रतिबंध के बावजूद इस ट्रक को यदि किसी माइनर पोस्ट से निकाला गया है तो इसे भी सुरक्षा में एक बड़ी चूक के रूप में देखा जा सकता है। कोरोना महामारी के चलते प्रदेश के अंतरराज्यीय रूटों में से मात्र अटल सेतु और लखनपुर को वाहनों के आवागमन के लिए खोला गया है। जिस ट्रक से आतंकी कश्मीर जा रहे थे उस ट्रक का रजिस्ट्रेशन नंबर कश्मीर का ही था। साथ ही यह भी पता चला है कि यह नंबर प्लेट फर्जी थी। असलियत में यह नंबर महिंद्रा की पिकअप का था। आतंकियों के नेटवर्क को खंगालने के लिए कश्मीर में कुछ जगहों पर भी कार्रवाई की गई है।
इस बाबत सेना और पुलिस के ऑपरेशन को सराहा गया। सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने पाकिस्तान से आने वाले आतंकियों को साफ चेतावनी दी है कि लाइन ऑफ कंट्रोल (एलओसी) पार करके भारत में घुसपैठ की कोशिश करने वाले आतंकवादी जिंदा नहीं बचेंगे।