पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि हमारे प्रयास रहे कि जो जहां हैछ वहीं रहे, लेकिन मनुष्य का मन है और हमें कुछ निर्णय बदलने भी पड़े
मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री की पांचवीं बैठक
प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्रियों की बैठक खत्म हो गई है। पीएम ने बैठक में कहा कि आप लोगों के उत्साह की बदौलत हम ये लडाई जीतेंगे। जो लोग पूरी बात नहीं रख पाए वो अपने सुझाव 15 मई तक भेज दें और आर्थिक गतिविधियां कैसे चालू हों उस पर हम विचार कर रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के बाद एक नई जीवनशैली विकसित होगी। देश में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं उसको भी नए नजरिए से देखना होगा।
तकनीक को ध्यान में रखकर शिक्षा के नए मॉड्यूल विकसित करने होगें। गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक की शुरूआत की।
उसके बाद पहले आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री और फिर अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपनी बात रखी। जानकारी के अनुसार, मीटिंग में कोरोनावायरस की रोकथाम और लॉकडाउन को लेकर चर्चा हो रही है. यह पीएम मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ पांचवीं बैठक है।
इससे पहले प्रधानमंत्री 20 मार्च, 2 अप्रैल, 11 अप्रैल और 27 अप्रैल को मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग कर चुके हैं।
पीएम ने बैठक में कहा कि आप लोगों के उत्साह की बदौलत हम ये लडाई जीतेंगे। जो लोग पूरी बात नहीं रख पाए वो अपने सुझाव 15 मई तक भेज दें और आर्थिक गतिविधियां कैसे चालू हों उस पर हम विचार कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि हमारे प्रयास रहे कि जो जहां है वहीं रहे, लेकिन मनुष्य का मन है और हमें कुछ निर्णय बदलने भी पड़े. राज्य मिलकर काम कर रहे हैं।
कैबिनेट सचिव, राज्यों के सचिव से लगातार संपर्क में हैं। अधिक फोकस रखें, सक्रियता बढ़ाएं.
पीएम ने कहा, संतुलित रणनीति से आगे बढ़ें और चुनौतियां क्या हैं और मार्ग क्या है इस पर काम करें। आप सभी के सुझावों से दिशानिर्देश निर्धारित होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत इस संकट से अपने आप को बचाने में बहुत हद तक सफल हुआ, राज्यों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई।
दो गज की दूरी ढीली हुई तो संकट बढ़ेगा। हम लॉकडाउन कैसे लागू कर रहे हैं यह बड़ा विषय रहा, हम सब की भूमिका महत्वपूर्ण रही।
गांव तक यह संकट न पहुंचे यही चुनौती अब भी है। आप सब आर्थिक विषयों पर अपने सुझाव दें।
सूत्रों के अनुसार बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र पर राजनीति करने का आरोप लगाया। ममता बनर्जी का केंद्र पर कोरोना के बहाने राजनीति करने का आरोप लगाया। ममता ने कहा कि केंद्र सरकार सब कुछ पहले ही तय कर लेती है, हमसे तो कभी पूछा तक नहीं जाता है। ममता ने इस दौरान केंद्र पर भेदभाव करने का भी आरोप लगाया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्रियों की बैठक में बिहार सरकार ने इस महीने के अंत तक लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की। नीतीश कुमार ने हालांकि सामान्य रेल सेवा बहाल करने का विरोध भी किया।
इसके साथ-साथ उन्होंने प्रवासी बिहारियों को वापस घर लाने के लिए और ट्रेनों कि मांग भी की. इसके अलावा नीतीश कुमार ने हर दिन दस हज़ार लोगों के सैम्पल टेस्ट करने के लिए मशीन और किट की भी मांग दोहराई।
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्रियों की बैठक में कहा, ‘हमने प्रवासी श्रमिकों के लौटने की व्यवस्था की, ट्रेन चलाने की व्यवस्थाएं की।
राज्यों का आपसी समन्वय अहम है। आरोग्य सेतु ऐप कोरोना वायरस को ट्रैक करने और उससे लड़ने में बहुत मददगार है. इसको लोगों तक पहुंचाएं।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों द्वारा आर्थिक गतिविधियों को सही तरीके से पटरी पर लाने पर जोर दिये जाने की उम्मीद है।
वहीं, केंद्र ने चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन हटाने के लिये पाबंदियों में और छूट देने के नफा-नुकसान पर विचार किया है।
उल्लेखनीय है कि देश में 25 मार्च से लागू लॉकडाउन की दो बार बढ़ाई गई अवधि 17 मई को खत्म होगी, जो इसका 54वां दिन होगा।
देश में कोरोना वायरस का प्रकोप शुरू होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी की मुख्यमंत्रियों के साथ यह पांचवीं बैठक है।
इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हर्षवर्धन ने रविवार को कहा कि पिछले 24 घंटे में 10 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया मामला सामने नहीं आया है और इस रोग से उबरने की दर 30 फीसदी से अधिक बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि भारत इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में सफलता की राह पर तेजी से आगे बढ़ रहा है।
छह घंटे तक चली मैराथन मीटिंग मे इस उम्मीद को बल मिला कि 17 मई के बाद ग्रीन जोन वाले इलाकों में लाकडाउन खत्म किया जा सकता है।