पंजाब के फिरोजपुर में बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी की सुरक्षा में चूक का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि इस मामले में दाखिल की गई PIL पर सुप्रीम कोर्ट शुक्रवार को सुनवाई कर सकता है। गौरतलब है कि फिरोजपुर में बुधवार को एक फ्लाईओवर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को प्रदर्शनकारियों के कारण करीब 20 मिनट तक रुकना पड़ा। प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इस चूक कारण पंजाब सरकार की लापरवाही बता रहा है।

किसान नेता ने किया खुलासा, SSP ने दी थी पीएम मोदी के काफिले की जानकारी

इस बीच किसान संघ के एक नेता ने खुलासा किया है कि उन्हें फिरोजपुर एसएसपी ने जानकारी दी थी कि प्रधानमंत्री का काफिला फ्लाईओवर से गुजरने वाला है। हालांकि इस मामले में जांच के लिए पंजाब सरकार ने भी उच्च स्तरीय जांच कमेटी का गठन किया है।
किसान नेता बोले, वे हमारे भी प्रधानमंत्री है
भारतीय किसान संघ क्रांतिकारी (फूल) के राज्य महासचिव बलदेव सिंह जीरा कहा कि एसएसपी ने हमें बताया कि प्रधानमंत्री का काफिला गुजरने वाला है, जहां हम प्रदर्शन कर रहे थे। किसान नेता ने कहा कि हमें लगा प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए एसएसपी ऐसा कह रहे हैं। बलदेव सिंह जीरा ने कहा कि अगर हमें पता होता कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सच में उन रास्तों पर होते हुए फिरोजपुर जा रहे हैं, तो उन्होंने अलग तरह से प्रतिक्रिया दी होती। भारतीय किसान संघ क्रांतिकारी (फूल) के राज्य महासचिव बलदेव सिंह जीरा ने कहा, “आखिरकार, वह हमारे प्रधानमंत्री हैं।”

प्रदर्शनकारी किसानों ने दी सफाई

बलदेव सिंह जीरा ने कहा कि वे लुधियाना-फिरोजपुर राजमार्ग पर पियारेना गांव के पास एक नाले पर बने पुल पर धरना दे रहे थे। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि हमें लगा था कि प्रधानमंत्री हेलीकॉप्टर से आएंगे, लेकिन बाद में पता चला कि प्रधानमंत्री ट्रैफिक जाम में फंस गए और हमारे धरने के कारण वापस लौट आए।

प्रदर्शनकारियों व भाजपा कार्यकर्ताओं में हुई थी झड़प

बलदेव सिंह जीरा ने आरोप लगाया कि प्रदर्शन स्थल पर भाजपा कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच झड़प हुई थी। हमने भाजपा कार्यकर्ताओं को ले जाने वाली बसों और वाहनों के चालकों से वैकल्पिक मार्ग से ले जाने का अनुरोध किया था, लेकिन उनमें से एक समूह ने ऐसा नहीं किया। झड़प में हमारे कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए थे।

जब पीएम मोदी सड़क के रास्ते फिरोजपुर जा रहे थे तो पुलिसकर्मियों ने एक दल ने प्रदर्शनकारियों के पास जाकर बातचीत की। कुछ मिनटों के बाद जीरा ने हाथ में माइक लेकर घोषणा की कि पुलिस प्रशासन हमारे पास आया है। वे कह रहे हैं कि उनकी नौकरी खतरे में है और मोदी को जाना है। मुझे लगा कि वे (पुलिस) हमारे भाई हैं, हमें सहयोग करना चाहिए। लेकिन अब मुझे पता चला है कि मोदी को यहां से गुजरने की जरूरत नहीं है, वह पहले से ही हुसैनीवाला में है। तभी एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी तलवंडी पहुंच गए हैं और रास्ते में हैं, लेकिन फिर भी प्रदर्शनकारियों ने उन पर विश्वास करने से इनकार कर दिया।

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