नई दिल्ली। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर गुरुवार को हुई फायरिंग के बाद केंद्र सरकार ने उनकी सुरक्षा को बढ़ाने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक सरकार ने ओवैसी को तत्काल प्रभाव से सीआरपीएफ की जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान करने का फैसला लिया है।
बताया जा रहा है कि गुरुवार को असदुद्दीन ओवैसी की कार पर हमले के बाद उनके सुरक्षा की समीक्षा की गई है। इस समीझा के बाद उन्हें Z कैटेगरी की सुरक्षा देने का निर्णय लिया गया। अब ओवैसी के साथ सीआरपीएफ के जवान उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे। जानकारी के मुताबिक ओवैसी को जेड प्लस सिक्योरिटी में 22 सुरक्षा जवान मिलेंगे। जो हर दिन 24 घंटे उनके साथ रहेंगे। वहीं उनके आवास पर भी एक पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर और सिक्योरिटी रहेगी।
हालांकि हमले के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ये साफ किया था कि वो किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं लेंगे। ओवैसी ने कहा कि वो 1994 से एक्टिव पॉलिटिक्स में हैं और आज तक उन्होंने कोई सुरक्षा नहीं ली है। जब उनसे पूछा गया कि इस हमले के बाद क्या वो सुरक्षा लेंगे, तो इस पर ओवैसी ने कहा कि मैं बिल्कुल भी सुरक्षा नहीं लूंगा। ये सरकार की जिम्मेदारी ही कि वो मुझे सुरक्षित महसूस करवाएं।
आपको बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर गुरुवार को मेरठ से दिल्ली आते समय छिजारसी टोल गेट पर जानलेवा हमला किया गया। हमलावरों की तरफ से चलाई गईं गोलियां उनकी कार पर लगी और असदुद्दीन ओवैसी बाल-बाल बच गए। इसके बाद केंद्र सरकार ने ओवैसी को जेड कैटगरी की सुरक्षा मुहैया करा दी है।
राममंदिर पर आपत्तिजनक टिप्पणी से आहत
फायरिंग के आरोप में गिरफ्तार सचिन और शुभम ने पुलिस से पूछताछ के दौरान कहा कि 2013-14 में ओवैसी के राम मंदिर को लेकर की गई आपत्तिजनक टिप्पणी के चलते उनकी कार पर हमने गोली चलाई ।