वाराणसी। बाबा विश्वनाथ की नगरी में शिवप्रिया गंगा के घाट पर छह दिवसीय शिव महोत्सव का भव्य आगाज़ हुआ। इस अवसर पर सूबे के पर्यटन मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने कहा कि काशी आध्यात्मिक पर्यटन के रूप में विश्व में स्थापित हो रहा है। यह विश्व की सांस्कृतिक राजधानी भी है। यहां का सांस्कृतिक घराना विश्व प्रसिद्ध है। शिवरात्रि पर्व पर पूरा काशी शिवमय हो गया है।
पर्यटन विभाग की अनूठी पहल
शिवरात्रि के शुभ अवसर पर पर्यटन विभाग द्वारा 6 दिवसीय सांस्कृतिक संध्या का आयोजन विगत वर्षों से कराया जा रहा है। जिसमें देसी-विदेशी पर्यटक का आवागमन होता है। महाशिवरात्रि महोत्सव पर्व के पहले दिन गणेश मिश्र का शास्त्रीय गायन, पदमभूषण पंडित राजन-साजन मिश्र का शास्त्रीय गायन, हरिप्रसाद का बांसुरी वादन, माया कुलश्रेष्ठ का कत्थक तथा अंजली पाठक का गायन का भव्य आयोजन हुआ।
देश भर के टूर ऑपरेटर्स का भी जुटान
11 से 13 मार्च तक वाराणसी में “फैम टूअर” का भी आयोजन किया गया है। जिसमें देश के विभिन्न प्रदेशों एवं स्थलों से आये टूर ऑपरेटरो का राजघाट पर स्वागत किया गया। मंत्री डॉक्टर नीलकंठ तिवारी ने बताया कि आए टूर ऑपरेटरों को बनारस में हुए विकास कार्यों एवं यहां के आकर्षण को दिखलाया जाएगा। ताकि वे अपने यहां के पर्यटकों को इससे अवगत करा सके। ताकि अधिक से अधिक पर्यटक बनारस आये और मात्र यहां पर वह आए ही नहीं बल्कि यहां पर अधिक से अधिक दिनों तक उनका ठहराव सुनिश्चित हो सके। “फैम टूअर” कार्यक्रम के अंतर्गत आने वाले प्रमुख टूर ऑपरेटरों को कैथी स्थित |
सभी प्रमुख स्थल होंगे शामिल
मारकंडेय महादेव, शूलटंकेश्वर, रामेश्वरम, काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर, मानमहल घाट सहित गंगा के घाट, बड़ालालपुर स्थित दीनदयाल उपाध्याय हस्तकला संकुल सहित सारनाथ के लाइट एंड साउंड शो को दिखलाया जाएगा।
अधिकारीगण भी रहे मौजूद
कार्यक्रम के दौरान वहां कमिश्नर दीपक अग्रवाल, संयुक्त निदेशक पर्यटन अविनाश मिश्रा, पर्यटन अधिकारी कीर्तिमान श्रीवास्तव सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।