सरसों का भाव बाजार में इस साल नई ऊंचाई छू रहा है। मगर किसान अपनी फसल धीरे-धीरे लेकर बाजार पहुंच रहे हैं। इस बीच कई कोरोना महामारी के चलते लगे प्रतिबंध की वजह से भी बाजारों में सरसों की आवक पर असर पड़ा है। गुरुवार को सरसों के भाव में तेजी थी, लेकिन शुक्रवार की देर शाम एक और अफवाह ने इसकी कीमतों को स्थिर कर दिया और सरसों तेल की कीमतों में गिरावट आ गई।

दरअसल, विदेशी बाजारों में गिरावट के रुख और आयात शुल्क में कमी किए जाने की अफवाहों से स्थानीय तेल तिलहन बाजार में शुक्रवार को सरसों सहित लगभग सभी तेल तिलहनों की कीमतों में गिरावट दर्ज हुई।

सरसों पक्की और कच्ची धानी के भाव में गिरावट

सरसों और सोयाबीन तिलहन के भाव में जहां स्थिरता रही, वहीं सरसों दादरी में 200 रुपये प्रति क्विन्टल की गिरावट आई। सरसों पक्की और कच्ची धानी के भाव में 30-30 रुपये प्रति टिन की गिरावट आई। वहीं सोयाबीन दिल्ली, इंदौर और डीगम तेल के भाव में क्रमश: 250 रुपये, 200 रुपये और 400 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई।

सरसों दादरी गुरुवार को 15000 रुपये प्रति क्विंटल बिक रहा था, लेकिन शुक्रवार को इसका भाव गिरकर 14800 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गया। सरसों पक्की घानी तेल का भाव शुक्रवार 2235 -2315 रुपये प्रति टिन हो गया, जो गुरुवार को 2265 -2345 रुपये प्रति टिन था।

तेल उद्योग के जानकारों के अनुसार, किसान मंडियों में सरसों की कम ऊपज ला रहे हैं, जबकि सस्ता होने और लॉकडाऊन के दौरान सरसों तेल की मांग भी बनी हुई है, क्योंकि इन दिनों सरसों मिलावट से मुक्त है।

मूंगफली तेल की कीमतों में गिरावट

मूंगफली दाना में जहां 100 रुपये की गिरावट आई वहीं मूंगफली गुजरात और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड की कीमत में क्रमश: 250 रुपये और 30 रुपये की गिरावट आई। सीपीओ में 50 रुपये, पामोलीन दिल्ली और कांडला में क्रमश: 200 – 200 रुपये की गिरावट आई।

किसानों के लिए नुकसानदेह

बाजार के जानकार सूत्रों ने कहा कि सूरजमुखी के ऐन बिजाई के समय आयात शुल्क कम होने की अफवाहें किसानों के लिए नुकसानदेह हैं. इसके एक डेढ़ महीने के बाद सोयाबीन की बुवाई होगी, ऐसे में सरकार को झूठी अफवाह फैलाकर बाजार में अफरा तफरी रोकने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे। यह कदम देश को खाद्य तेलों के मामले में आत्मनिर्भर बनाने के लिए अहम हैं।

बाजार में थोक भाव इस प्रकार रहे- (भाव- रुपये प्रति क्विंटल)

  • सरसों तिलहन – 7200 – 7250 (42 प्रतिशत कंडीशन का भाव) रुपये।
  • सरसों तेल दादरी- 14800 रुपये प्रति क्विंटल.
  • सरसों पक्की घानी- 2235 -2315 रुपये प्रति टिन.
  • सरसों कच्ची घानी- 2415 – 2445 रुपये प्रति टिन.
  • तेल मिल डिलिवरी – 16000 – 18500 रुपये.

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