बिहार में यूपी के हाथरस जैसा एक कांड हुआ। हालांकि, मामला 15 दिन पुराना है लेकिन मामले से संबंधित ऑडियो वायरल होने के बाद मामला चर्चा में आ गया है। इस ऑडियो को नेता प्रतिपक्ष ने भी ट्वीट किया है। दरअसल घटना मोतिहारी की है, जहां एक नाबालिग बच्ची के साथ दरिंदगी के बाद हत्या की दी गई। इतना ही नहीं आरोपियों ने पीड़ित परिवार को घर में ही बंधक बनाकर दबाव डालते हुए नाबालिग रेप पीड़िता का शव भी जला दिया। जब पीड़ित परिवार ने स्थानीय थाने में शिकायत देने गए तो पुलिस ने उल्टें पीड़ित पक्ष को वहां से भगा दिया।

इधर घटना को लेकर 05 फरवरी को आरोपितों के साथ बातचीत करते थानेदार का ऑडियो वायरल होने पर एसपी नवीन चन्द्र झा ने थानेदार संजीव रंजन को निलंबित कर दिया। एसपी ने बताया कि हत्या की बात थानेदार को जानकारी थी। इसके बावजूद शव बरामद कर पोस्टमार्टम नहीं कराया और न ही एफआईआर दर्ज की गई। यही नहीं इसकी सूचना वरीय अधिकारी को भी नहीं दी। एसपी ने कहा कि आरोपितों के साथ थानेदार की गतिविधि की जांच कर अगली कार्रवाई की जायेगी।

तेजस्वी ने मोतिहारी की घटना को बताया बिहार का ‘हाथरस कांड’
बिहार के मोतिहारी में हैवानियत और शव जलाने के इस सनसनीखेज मामले को लेकर बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनकी पार्टी राजद ने नीतीश सरकार और पुलिस प्रशासन पर निशाना साधा है। तेजस्वी यादव ने घटना की तुलना करते हुए इसे बिहार का ‘हाथरस’ कांड बताया है। तेजस्वी ने अपने ट्वीट में कहा, ‘बिहार में हाथरस कांड की तरह एक 12 वर्षीय बच्ची की निर्मम हत्या कर उसकी लाश रातों-रात जला दी गई। पिता का कहना है बच्ची के साथ गैंगरेप हुआ। Audio में सुनिए पुलिस अधिकारी कैसे अपराधियों को लाश जलाने की तरकीबें सुझा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमारजी नाकामयाबियों के सिकंदर बन गए हैं।’

Audio में सुनिए पुलिस अधिकारी कैसे अपराधियों को लाश जलाने की तरकीबें सुझा रहे है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी नाकामयाबियों के सिकंदर बन गए है।

बिहार का ‘हाथरस कांड’, जानें हैवानियत की घटना के बारे में
नेपाल निवासी नाबालिग के पिता गार्ड का काम करते हैं।  21 जनवरी को दिन में वह बाजार में दुकानों से मजदूरी वसूलने गये। छोटा बेटा भी चाय बेचने चला गया था। घर पर नाबालिग बेटी अकेली थी। गार्ड की पत्नी अपने घर नेपाल गई हुई थी। इस बीच हैवानों ने अकेला पाकर नाबालिग से दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी। बच्ची के पिता ने आवेदन में आरोप लगाया कि घटना के बाद बात दबाने के लिए आरोपितों के करीबी हरिकिशोर साह, उमेश साह, विनय साह सहित एक दर्जन के करीब लोग आ गए और चुप रहने का दबाव बनाने लगे। मोबाइल फोन छीनकर पीड़ित बाप और बेटे को घर में ही नजरबंद कर रात होने पर डरा धमका कर शव को जलवा दिया।

थानास्तर पर कार्रवाई नहीं होने पर और आरोपितों की धमकी के कारण वह बेटे को लेकर नेपाल चला गया। बीते 02 फरवरी लौटकर आया तो सिकरहना डीएसपी के पास आवेदन दिया। डीएसपी के हस्तक्षेप के बाद 03 फरवरी को मकान मालिक के बेटे विनय साह, दीपक कुमार, देवेंद्र कुमार, रमेश कुमार पर दुष्कर्म और भेद खुलने के डर से हत्या कर देने की एफआईआर दर्ज की गयी।  मामले मे लड़की के पिता  और नेपाल निवासी ने बारह लोगों पर एफआईआर दर्ज करायी है। कुण्डवा चैनपुर पुलिस ने जिस मकान में लड़की का परिवार रहता है, उसके मकान मालिक सियाराम साह और उसके पुत्र विनय साह को गिरफ्तार कर लिया है। 

मामले की जांच के लिए डीएसपी के नेतृत्व में एसआईटी गठित
मामले में एसपी ने गंभीरता से लेते हुए थानेदार को निलंबित करने के बाद एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी का नेतृ्त्व सिकरहना डीएसपी शिवेंद्र कुमार अनुभवी करेंगे। जांच टीम में आठ पुलिस अधिकारी और सिपाहियों को शामिल किया गया है। थानेदार पर एफआईआर हो सकती है।
 

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