पुरनिये बताते हैं कि 1962 मे अष्टग्रही योग के दौरान ऐसी कडाके की सर्दी से उत्तर भारत बेहाल हुआ था। इस बार लगता है कि उसका भी रेकार्ड शायद टूट सकता है।
कड़ाके की ठंड पड़ रही है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार सहित अन्य राज्यों में पारा लुढ़कने और बर्फीली हवाओं से ठिठुरन बढ़ गई है। यहां गुरुवार को तापमान में चार से सात डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग ने कहा कि समूचे उत्तर भारत को कड़ाके की सर्दी से फिलहाल राहत नहीं मिलेगी। उत्तरी भारत में गुरुवार को कड़ाके की ठंड का कहर बरकरार है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिसंबर की सर्दी का यह आलम है कि यह 1901 के बाद दूसरी बार ऐसा हो सकता है जब साल का आखिरी महीना इतना सर्द रहा हो। मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में तापमान और भी गिर सकता है।
मौसम विभाग ने कहा कि पिछले 24 घंटों के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के कुछ शहरों में तापमान में तेजी से (लगभग चार से सात डिग्री सेल्सियस) गिरावट दर्ज की गई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के बहराइच, लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी ( गुरुवार को अधिकतम 11 डिग्री सेल्सियस) तथा बिहार में पूर्णिया, भागलपुर, पटना और गया में दिन का तापमान घटकर 10 से 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इन शहरों में अगले 24 घंटों में सर्वाधिक चार से आठ डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आने का अनुमान व्यक्त किया गया है। इसके अलावा भीषण सर्दी से जूझ रहे दिल्ली, अमृतसर, श्रीगंगानगर, चंडीगढ़ और बरेली सहित अन्य शहरों में गुरुवार को दिन का तापमान आठ से 11 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।
दिल्ली
दिल्ली में न्यूनतम तापमान 5.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान 13.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो कि सामान्य से सात डिग्री सेल्सियस कम है। दिल्ली में लगातार 13वें दिन कड़ाके की सर्दी पड़ रही है और इससे पहले 1997 में ऐसा हुआ था जब ऐसे लगातार 17 दिन कड़ाके की सर्दी पड़ी थी।
भारतीय मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, ” दिसंबर में औसत अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से कम 1919, 1929,1961 और 1997 में रहा है। दिसंबर के आखिरी महीने में इस साल औसत अधिकतम तापमान अब तक 19.85 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और यह दिसंबर 31 तक 19.15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने की संभावना है। अधिकारी ने कहा, ” अगर ऐसा होता है तो यह 1901 के बाद दूसरा सबसे सर्द दिसंबर होगा। दिसंबर 1997 में औसत अधिकतम तापमान 17.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राजस्थान
राजस्थान में कई स्थानों पर रात का तापमान एक डिग्री सेल्सियस से पांच डिग्री सेल्सियस तक रहा है। शेखावटी अंचल में सर्दी जोरों पर है। सीकर जिले में गुरुवार को पारा जमाव बिन्दु पर पहुंच गया। इससे पेड़ों पर पहाड़ी क्षेत्रों की तरफ बर्फ जमने लग गई है। शेखावटी क्षेत्र में चुरू, सीकर, झुंझनू जिले और निकटतम क्षेत्र आते हैं। राजस्थान के एक मात्र पर्वतीय पर्यटन क्षेत्र माउंट आबू में तापमान एक डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। चुरू, वनस्थली, बीकानेर, गंगानगर और अजमेर में रात का तापमान क्रमश: 1.3, 3.2, 3.7, 3.9 और 5.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हरियाणा-पंजाब
हरियाणा में नारनौल का न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि हिसार का न्यूनतम 3.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पंजाब में बठिंडा सबसे ठंडा स्थान रहा जहां तापमान चार डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। फरीदकोट, लुधियाना, पटियाला, हल्वारा, आदमपुर, पठानकोट,अमृतसर में क्रमश: 4.5, 6.6, 6.4, 5.8, 6.8, 6.4 और 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दोनों राज्यों की संयुक्त राजधानी चंडीगढ़ में तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
मौसम विभाग ने उपग्रह चित्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर उत्तर भारत में गंगा यमुना के मैदानी क्षेत्रों में बादल छाये रहने के मद्देनजर अधिकांश इलाकों में घने कोहरे की स्थिति बरकरार रहने की संभावना व्यक्त की है।
जम्मू में दिन का तापमान 9.8 डिग्री सेल्सियस
अंबाला में दिन का तापमान आठ, चंडीगढ़ में 8.6 श्रीगंगानगर में नौ, जम्मू में 9.8 और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बरेली में 10.4 डिग्री सेल्सियस रहा।
कुछ राज्यों में बारिश की संभावना
तेलंगाना, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और कर्नाटक के कुछ इलाकों में हल्की से छिटपुट बारिश की संभावना है, जबकि अरुणाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
द्रास में तापमान शून्य से मानइस 30.2 डिग्री सेल्सियस कम । कारगिल जिले का द्रास में गुरुवार को शून्य से 30.2 डिग्री सेल्सियस कम तापमान के साथ जम्मू-कश्मीर सबसे ठंडा स्थान रहा।
सर्दी से केदारनाथ धाम हुआ मानवविहीन
उत्तराखंड में पड़ रही कड़ाके की सर्दी ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया। भारी बर्फबारी के कारण केदारनाथ में तैनात सभी पुलिसकर्मी और पुनर्निर्माण के काम पर लगे निजी कंपनी के कर्मचारी वापस बुला लिए गए हैं। 2013 की आपदा के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब केदारनाथ धाम मानवविहीन हो गया है। आपदा से पहले कपाट बंद होने के बाद केदारनाथ में किसी को भी रहने की अनुमति नहीं दी जाती थी। नैनीताल जिले के मुक्तेश्वर में सबसे कम माइनस -0.2 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। मसूरी में न्यूनतम तापमान 1.2, नैनीताल में 3.0, देहरादून में 6.2, पंतनगर में 7.8 और नई टिहरी में 1.6 डिग्री दर्ज किया गया।
नैनीताल में 22 साल बाद नए साल पर बर्फबारी के आसार बन रहे हैं। इस दौरान शहर के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और निचले इलाकों में हिमकण गिर सकते हैं। इससे पहले 1997 में नए साल पर पर्यटकों को बर्फबारी देखने को मिली थी। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक इस बार पहली जनवरी को पारा 1-2 डिग्री तक पहुंच सकता है।