कोरोना वायरस की वजह से देश में 21 दिनों का लॉकडाउन है। ऐसे में अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ रहा है। सरकार लोगों को राहत दे रही हैं। लेकिन आरबीआई ने 0.75 फीसदी रेपो रेट घटाकर आम लोगों को राहत देने का फैसला किया। इसके साथ ही यह भी कहा कि लोगों को तीन माह तक फिलहाल ईएमआई नही देनी होगी। यानी 90 दिन तक किस्त की देनदारी स्थगित की गई है। जल्द बैंक अपने ग्राहकों की EMI कम करने को लेकर फैसले ले सकते हैं। लेकिन आरबीई ने यह साफ नही किया कि क़िस्त स्थगित की गई तो उस समय के ब्याज का क्या होगा। इसे कौन वहन करेगा।
कटौती के बाद रेपो रेट 5.15 से घटकर 4.45 फीसदी पर आ गया है। रेपो रेट की यह कटौती आरबीआई इतिहास की सबसे बड़ी है। बीते दो मौद्रिक समीक्षा बैठक में आरबीआई ने रेपो रेट को लेकर कोई फैसला नहीं लिया था।
इसके साथ ही आरबीआई ने रिवर्स रेपो रेट में भी 0.90 फीसदी की कटौती करते हुए 4 फीसदी कर दी है। रेपो रेट कटौती का फायदा होम, कार या अन्य तरह के लोन लेने वाले लोगों को मिलेगा।
रिज़र्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी रिव्यू 3 अप्रैल को होने वाली थी। लेकिन मौजूदा हालत को देखते हुए इसे जल्दी कर दिया गया। गवर्नर ने कहा, मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने 24, 25 और 26 मार्च को बैठक कर लिया ताकि रेट कट का ऐलान जल्दी हो सके ।आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस के चलते अर्थव्यवस्था को होने वाले खतरे को देखते हुए मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी ने समय से पहले ही समीक्षा बैठक की। बैठक में 4 सदस्य बड़ी कटौती के पक्ष में थे। जिसके बाद यह फैसला लिया गया। पहले भी आरबीआई 5 बार दरों में कटौती कर चुका है।