हरीश शर्मा
यह दीगर बात है कि फरवरी के प्रथम दिन लोकतंत्र के मंदिर संसद में देश की वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार के इरादे अर्थव्यवस्था की दिशा में दर्शाते हुए वित्त वर्ष 2020-21का बजट प्रस्तुत किया और इस बजट से शेयर बाजार में मायूसी छा गई तथा मुंबई स्टॉक एक्सचेंज का सम्वेदी सूचकांक पिछले 10 वर्षों की सबसे बड़ी गिरावट दर्शाते हुए 800 से ज्यादा अंक माईनस पर बन्द हुआ।
यहां गौर करने की बात यह है कि भले ही शेयर बाजार में गिरावट आई और कई बड़ी कम्पनियों के शेयर भाव चटक गए लेकिन मंदी की मार झेल रही देश की आम जनता को कुछ राहत मिलती भी तो दिख रही है। विपक्ष तो चाहे किसी भी दल का हो, विरोध करना ही अपना धर्म समझता है। अब हम उन वस्तुओं को देखें जिनके दामों में कमी करने का प्रस्ताव बजट में शामिल किया गया है जिससे कुछ राहत मिलती दिख रही है।
हालांकि कुछ चीजें महंगी भी होंगी। तो पहले हम महंगी होती दिख रही वस्तुओं की ओर ध्यान दें तो उनमें,
- आयातित जूते-चप्पल, बटर घी, मूंगफली बटर, चुइंग गम, छिलके वाला अखरोट, दाढ़ी बनाने वाले शेवर, हेयर क्लिप, बाल में लगाने वाली पिन, कंघी, हेयर रीमूवर उपकरण, रसोई में इस्तेमाल होने वाले बर्तन, बोनचाइना-मिट्टी-पोर्सलीन से बने बर्तन, वाटर फिल्ट, कांच के बर्तन , माणिक, पन्ना, नीलम, बिना तराशे रंगीन रत्न, ताले, वॉटर हीटर, हेयर ड्रायर , बिजली से चलने वाला प्रेस (इस्त्री), ग्राइंडर, ओवन, कुकर, ग्रिल ,चॉय और कॉफी बनाने वाली मशीन और टोस्टर, लैंप और प्रकाश उपकरण, कीट मारने वाले उपकरण, खिलौने, पेन-कॉपी समेत स्टेशनरी उत्पाद, कृत्रिम फूल, घंटी, मूर्ति, ट्रॉफी।
इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि इन वस्तुओं की कीमत बढ़ने का असर आम जनता को झेलना पड़ेगा। फिर भी महंगाई पर मरहम लगाने का काम करने से निर्मला देवी ने कोई गुरेज नहीं किया।
जो चीजें सस्ती होने वाली हैं, उनमें- सौर पैनल, अखबारी कागज, कृषि-पशु आधारित उत्पाद, प्यूरिफाइड टेरेफेथिक एसिड (पीटीए), कुछ मादक पेय, जूते-चप्पल, टूथ पेस्ट-ब्रश, नकमिन, बिस्कुट, मिल्कमेड जैसी और भी कई चीजें सस्ती होंगी। सोया प्रोटीन और रॉ शुगर के दाम भी घटेंगे।