अमेरिका में corona Virus कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 50000 पार कर चुकी है। गुरुवार को तो 24 घंटे में कोरोना वायरस से 3176 लोगों की मौत ने उसको हिला कर रख दिया था। लेकिन अगले ही दिन ये आंकड़ा घटकर आधे से भी कम 1258 रह गया है। कई हफ्तों से कोरोना से कराह रहे अमेरिका और दुनिया के लिए ये वाकई राहत भरी खबर है। देखना है कि अगले 24 घंटे कैसे बीतते हैं। यदि घटाव जारी रहा तो मान लिया जाएगा कि वायरस के कहर में कमी आ गयी है।
कोरोना वायरस से जूझ रही दुनिया के लिए एक अच्छी खबर आई है. ये पॉजिटिव खबर अमेरिका से आई है, जहां पिछले 24 घंटों में पिछले तीन हफ्तों में कोरोना वायरस से सबसे कम मौतें हुई हैं. कोरोना से दुनिया भर में हो रही मौतों पर नजर रखने वाली संस्था जॉन हॉपकिंस यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने कहा है कि शुक्रवार को पिछले 24 घंटों में अमेरिका में मौत का आंकड़ा 1258 रहा है. ये आंकड़ा पिछले तीन सप्ताह में सबसे कम है.
लगभग 9 लाख अमेरिकी कोरोना से संक्रमित
अमेरिका में रिकॉर्ड किए गए मौत के आंकड़े दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. यहां कोरोना वायरस ने लगभग 9 लाख लोगों को संक्रमित किया है.
चीन नहीं यूरोप से अमेरिका में आया कोरोना
इस बीच कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क के गवर्नर एंड्रयू कुमो ने कहा है कि रिसर्च बताती है कि नोवेल कोरोना वायरस अमेरिका में सबसे पहली बार यूरोप से आया, न कि चीन से. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा लगाया गया ट्रैवल बैन बहुत देर से लिया गया फैसला था और इससे कोरोना का संक्रमण रुकने की संभावना नहीं रही।
एंड्रयू कुमो ने नॉर्थईस्टर्न यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च का हवाला देते हुए कहा कि जबतक अमेरिका में एक मार्च को पहले कोरोना केस की पुष्टि हुई तब तक न्यूयॉर्क के लगभग 10000 लोगों के शरीर में कोरोना वायरस प्रवेश कर चुका था।
गवर्नर ने कहा कि ट्रंप ने चीन से लोगों के आने-जाने पर 2 फरवरी को रोक लगाई, लेकिन इससे लगभग एक महीना पहले ही इस बीमारी के चीन में मौजूद होने की खबर मीडिया में आ चुकी थी। इसके अगले महीने अमेरिका ने यूरोप से आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया, तब तक अमेरिका में ये वायरस बड़े पैमाने पर फैल चुका था।