वाराणसी। रामनवमी के अवसर पर पिछले 15 वर्षों से एकता का संदेश देते हुए काशी की मुस्लिम महिलाएं भगवान श्रीराम की आरती करती आ रही हैं। आज रामनवमी है और वाराणसी में मुस्लिम महिलाओं ने भगवान श्रीराम की आरती उतारी। रामनवमी पर कोरोना संकट को टालने के लिए प्रभु श्रीराम से प्रार्थना की गई। मुस्लिम महिलाओं ने मर्यादा पुरुषोत्तम की आरती कर कोरोना संकट को टालने के साथ ही कोरोना योद्धाओं की जीवन रक्षा की कामना भी की।
सुभाष भवन, इंद्रेश नगर, लमही के सभागार में सामाजिक दूरी बनाते हुए मुस्लिम महिलाएं नेशनल सदर नाजनीन अंसारी की सदारत में भगवान श्रीराम की आरती करने के लिए पहुंची। किसी के हाथ में आरती की थाली थी, किसी ने लोहबान जलाया और किसी ने कपूर। सभी ने मुंह पर मास्क लगाया और आरती के साथ ही कोरोना से बचने के लिए लोगों को जागरूक भी किया।
मुस्लिम महिलाओं ने उर्दू में लिखी श्रीराम आरती और श्रीराम प्रार्थना का गायन व हनुमान चालीसा का पाठ किया। महिलाओं ने कहा कि जिस तरह से भगवान श्रीराम ने राक्षसों के आतंक से विश्व को मुक्ति दिलाई थी। उसी तरह से कोरोना रूपी राक्षस के आतंक से भारत को मुक्त कराएंगे। उन्होंने अपील करते हुए कहा कि भगवान राम के धरती पर अवतार लेने के दिन से ही कोरोना संकट कम होगा, इसके लिए जरूरी है कि सामाजिक दूरी बनाएं और घरों में रहने की आदत डालें।
इस दौरान विशाल भारत संस्थान के अध्यक्ष डॉ. राजीव श्रीवास्तव, नजमा परवीन, नगीना बानो, तबस्सुम, नाजमा बानो, अर्चना भारतवंशी, दक्षिता भारतवंशी, खुशी रमन भारतवंशी, इली भारतवंशी, डॉ. मृदुला जायसवाल आदि मौजूद रहे।