कोरोनो संकट से प्रदेश को बाहर निकालने के लिए सूबे के योगी सरकार ने कमर कस ली है। इसी क्रम में प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नीलकंठ तिवारी ने काशी आए वाराणसी के प्रवासी श्रमिकों को अधिक से अधिक सेवायोजित किए जाने पर जोर देते हुए कार्यदायी संस्थाओं से उनकी आवश्यकता के अनुसार श्रमिकों की सूची प्राप्त कर कार्य पर लगाए जाने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने प्रदेश में 90 लाख प्रवासी श्रमिकों को महीने के अंत तक रोजगार मुहैया कराने का वादा किया है।
उन्होंने कहा कि वाराणसी में भी काफी प्रवासी श्रमिक आए हुए हैं। उन्हें भी अधिक से अधिक संख्या में रोजगार मुहैया कराया जाए। उन्होंने उपायुक्त श्रम विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि जरूरत के अनुसार आवश्यकता पड़ने पर अकुशल प्रवासी श्रमिकों के प्रशिक्षण की भी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। निर्माण कार्य एवं औद्योगिक इकाइयों में इन श्रमिकों को अधिक से अधिक संख्या में सेवायोजित कराने पर उन्होंने विशेष जोर दिया।
उन्होंने सभी कार्यदायी संस्थाओं को उनकी आवश्यकता के अनुसार श्रमिकों की मांग हेतु आज ही पत्र जारी किए जाने के लिए जिलाधिकारी से कहा। ताकि कार्यदायी संस्थायें अपने अधूरे पड़े कार्यो के साथ-साथ अन्य निर्माण कार्यों को भी समय से पूरा करा सके और लॉकडाउन होने के कारण वे श्रमिकों की कमी का रोना न रोने पाए।
कार्यदायी संस्थाओं द्वारा कार्यों को पूरा कराए जाने के कार्य में श्रमिकों के अभाव की बहानेबाजी अब नहीं चलेगी। उन्होंने कार्य स्थल पर अपने संसाधनों से कार्यदायी संस्थाओं एवं औद्योगिक इकाइयों को अपने श्रमिकों को चेहरा ढकने के लिए मास्क एवं गमछा अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराए जाने के साथ ही सेनीटाइज किए जाने हेतु मौके पर सैनिटाइजर एवं साबुन आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कराए जाने पर विशेष जोर दिया।