दस बरस तक यूपीए सरकार के प्रधानमंत्री रहे मनमोहन सिंह के पीएम मोदी को लेकर दिए बयान से भारतीय जनता पार्टी का पारा आसमान पर पहुंच गया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने मनमोहन सिंह के बयान को शब्दों का खेल बताते हुए कहा कि वो उसी पार्टी से जुड़े हैं जिसकी सरकार के दौरान बिना लड़े ही भारतीय जमीन सरेंडर कर दी गई।
जेपी नड्डा ने पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को जवाब देते हुए कई ट्वीट किए है। मनमोहन सिंह ने अपने लिखित बयान में चीन विवाद पर पीएम मोदी को नसीहत देते हुए कहा था कि झूठ के आडंबर से सच छुपाया नहीं जा सकता। मनमोहन सिंह ने ऐसी कई और टिप्पणी सीधे पीएम मोदी पर की थी। इन्हीं का जवाब देते हुए बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा ये शब्दों का खेल है और कोई भारतीय इस पर यकीन नहीं करेगा। नड्डा ने कहा कि ये वही कांग्रेस है जिसने हमेशा हमारे सुरक्षाबलों पर सवाल किए हैं और उनका मनोबल तोडने का काम किया है।
जेपी नड्डा ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘डॉ मनमोहन सिंह उसी पार्टी से ताल्लुक रखते हैं, जिसने 43000 वर्ग मील भारतीय हिस्सा चीन के सामने सरेंडर किया है। यूपीए सरकार के दौरान निकृष्ट रणनीति देखी गई और बिना लड़े जमीन सरेंडर कर दी गई।
इसके अलावा जेपी नड्डा ने लिखा कि भारत पूरी तरह पीएम नरेंद्र मोदी पर विश्वास करता है और समर्थन करता है। 130 करोड़ भारतीयों ने परीक्षा की घड़ी में पीएम मोदी के नेतृत्व को देखा है, उन्होंने हमेशा राष्ट्र को सबसे ऊपर रखा है।
जरा अपना कार्यकाल भी याद कीजिए मनमोहन सिंह जी
जेपी नड्डा ने सीधे तौर मनमोहन सिंह को उनका कार्यकाल याद दिलाया। नड्डा ने ट्वीट में लिखा कि आपने पीएम रहते हुए सैकड़ों स्क्वायर किलोमीटर भारतीय जमीन चीन के सामने सरेंडर कर दी। चीन ने 2010 से 2013 के बीच 600 बार से ज्यादा घुसपैठ की।
इसके अलावा जेपी नड्डा ने मनमोहन सिंह को यूपीए के दौरान पीएमओ की भी याद दिलाई। नड्डा ने लिखा कि डॉ मनमोहन सिंह निश्चित रूप से विभिन्न विषयों पर अपने विचार साझा कर सकते हैं, लेकिन पीएमओ की जिम्मेदारी उनकी नहीं है। उस ऑफिस से यूपीए वाला सिस्टम साफ हो गया है, जहां सुरक्षाबलों का अपमान भी किया जाता था।
ये तमाम टिप्पणी करते हुए जेपी नड्डा ने अंत में कांग्रेस पार्टी और मनमोहन सिंह को एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक की याद दिलाते हुए कहा कि कृपया बार-बार हमारे सुरक्षाबलों का अपमान करना बंद करें। राष्ट्रीय एकता का सही मतलब समझें, अब भी देरी नहीं हुई है।