मारे गए नागरिकों के खून के एक एक कतरे का बदला लेंगे – उपराज्यपाल मनोज सिन्हा
श्रीनगर। नागरिकों की हत्याओं के बीच, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आतंकवादियों और उनके समर्थकों को निशाना बनाकर, मारे गए लोगों के खून के एक-एक कतरे का बदला लेने की प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि जम्मू-कश्मीर की शांति, सामाजिक-आर्थिक प्रगति और लोगों के व्यक्तिगत विकास को बाधित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश के तेजी से विकास के लिए प्रतिबद्धता दोहराई।
सिन्हा ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘आवाम की आवाज’ में कहा, ‘मैं शहीद नागरिकों को अपनी श्रद्धांजलि देता हूं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। हम आतंकवादियों, उनके हमदर्दों को निशाना बनायेंगे और निर्दोष नागरिकों के खून की हर बूंद का बदला लेंगे।’
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने सरकार पर उठाए सवाल
उधर इन हमलों पर पूर्व में जम्मू और कश्मीर के उपराज्यपाल रहे मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने भी सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने दावा किया – ‘जब मैं जम्मू कश्मीर का राज्यपाल था, तब श्रीनगर के 50 किलोमीटर के दायरे में आतंकी घुसने की हिम्मत नहीं कर रहे थे। अब वो चुन चुन कर मार रहे हैं।’
ओवैसी ने केंद्र सरकार को कटघरे मे खड़ा किया
जम्मू और कश्मीर में आम लोगों की हत्या पर ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने केंद्र सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए आरोप लगाया है कि विदेश नीति को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘पर्सनल पॉलिसी’ में तब्दील कर दिया गया जिसकी वजह से भारत को नुकसान हुआ। केंद्र शासित प्रदेश में हो रही हत्याओं पर ओवैसी ने कहा, ‘सरकार ने पाकिस्तान के साथ एलओसी पर सीजफायर को स्वीकार कर लिया। उन्होंने ऐसा क्यों किया?’ ओवैसी ने सवाल करते हुए कहा कि ‘अब एनएसए से क्या बात करेंगे?’ लोकसभा सांसद ओवैसी ने आगे कहा कि क्या केंद्र सरकार पर पाकिस्तान से सटी एलओसी सीमा के लिए कोई प्लान है?’ उन्होंने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि ‘जैसा अमेरिका से प्रेशर पड़ता है, सरकार वैसा करती है।
ओवैसी ने कहा, ‘ड्रोन से हथियार आ रहे हैं और हमारा इंटेलिजेंस फेल है। आखिर सरकार किसे बेवकूफ बना रही है।’ उन्होंने कहा, ‘हम सरकार से पूछ रहे हैं कि क्या आपके पास कोई नीति है? फॉरेन पॉलिसी को मोदी की पर्सनल पॉलिसी में बदल दिया गया, जिसकी वजह से हमें नुकसान हुआ।’