सवांददाता
उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के बरसठी थाना क्षेत्र के कान्हपुर गांव में शुक्रवार को गबन के आरोपी को पकड़ने आई दिल्ली पुलिस की पिटाई से युवक की तबीयत बिगड़ गई। उसे सीएचसी ले जाया गया, जहां से हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। हालांकि जिला अस्पताल में उपचार के बाद उसकी तबीयत सामान्य हुई। घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है। सिविल ड्रेस में पहुंची दिल्ली पुलिस से उनकी नोक-झोंक भी हुई।
कान्हपुर गांव निवासी आशुतोष सिंह दिल्ली में रहकर किसी प्लास्टिक रॉ मैटेरियल शॉप पर मुंशी के पद पर कार्य करता था। कुछ दिनों पहले युवक और उसके एक अन्य साथी के खिलाफ माल बेचने का आरोप लगाते हुए मालिक विवेक अग्रवाल ने दिल्ली के अलीगंज थाने में 48 लाख रुपये के गबन का मुकदमा दर्ज कराया था।
इसी मामले में आशुतोष की तलाश में दिल्ली पुलिस हरियाणा के नंबर की इनोवा कार से शुक्रवार की सुबह गांव पहुंच गई। सभी पुलिसकर्मी सिविल ड्रेस में थे। वह धड़ाधड़ घर में घुस गए। युवक को पकड़कर पीटने लगे और घसीटकर बाहर निकालने लगे। आरोप है कि परिवार की महिलाओं व अन्य सदस्यों ने कारण जानना चाहा तो उनके साथ भी अभद्रता की गई।
आशुतोष की पिटाई करते हुए गाड़ी में बैठा कर पुलिस थाने ले गई, जहां अचानक आशुतोष की तबीयत बिगड़ गई। आनन-फानन दिल्ली पुलिस ने स्थानीय पुलिस से सहायता लेते हुए आशुतोष को सीएचसी बरसठी पहुंचाया, जहां हालत गंभीर देख डॉक्टरों ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। वहां उपचार के बाद उसकी हालत सामान्य है।
बरसठी के प्रभारी एसओ वीरेंद्र सिंह बरवार ने बताया कि दिल्ली पुलिस आशुतोष व उसके परिवार की एक महिला सहित चार लोगों को थाने लाई थी। महिला व दोनों पुरुषों को परिजनों की सुपुर्दगी में तत्काल छोड़ दिया गया। आशुतोष को पुलिस हिरासत में ही जिला अस्पताल ले जाया गया है।