वॉशिंगटन ( एजेंसी)। आमतौर पर किसी का बटुआ खो जाए तो उसके मिलने की उम्मीद बहुत कम ही रहती है। हां, ऐसा भी होता है कि कोई आपके घर तक वह बटुआ पहुंचा दे लेकिन एक-दो साल बाद नहीं पूरे 53 साल बाद अगर आपको खोया बटुआ वापस मिले तो? अमेरिका में एक मौसम वैज्ञानिक के साथ ऐसा ही हुआ। पॉल ग्रीशम अब 91 साल के हो चुके हैं। अंटार्कटिका में रहते हुए उनका बटुआ खो गया था।
पॉल ग्रीशम को याद भी नहीं था कि उनका कोई पर्स कभी खोया। दरअसल, ग्रीशम अक्टूबर 1967 से नवंबर 1968 तक अंटार्कटिका में मौसम वैज्ञानिक के तौर पर काम कर रहे थे।
यहां उनका पर्स एक लॉकर के पीछे छिप गया था। इस पर्स में उनका नेवी आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, रेफरेंस कार्ड और बीयर के लिए राशन कार्ड था।
ग्रीशम जिस स्टेशन में तैनात थे वह साल 2014 में ढहाया गया और उस वक्त उनका बटुआ मिला।
अपना बटुआ वापस मिलने पर ग्रीशम हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि इतने सारे लोगों ने मिलकर उन्हें उनका बटुआ वापस दिलाया। क्योंकि ग्रीशम का बटुआ लौटाने में वाकई कई लोगों ने मेहनत की।
अंटार्कटिका के रिसर्चर ग्रुप के चीफ ने अपने एक पूर्व कर्मी से संपर्क किया। इसके बाद उन्होंने पूर्व सैनिकों के एक फाउंडेशन से संपर्क किया और फिर नेवल वेदर सर्विस एसोसिएशन से संपर्क किया गया, जिसके एक सदस्य ग्रीशम भी थे।
आखिरकार शनिवार को नर्दन कैलिफोर्निया के सैन कार्लोस में ग्रीशम के घर पर उनका वॉलेट सही हालत में पहुंच गया।