कंपनी ने पहली बार 201LN किस्म की आपूर्ति की ; हल्के और अधिक ऊर्जा कुशल कोच का निर्माण

नई दिल्ली, 14 मई 2024: भारत में शहरों के बीच यात्रा सेवाओं को बढ़ावा देते हुए, भारतीय रेलवे ने हाल ही में चेन्नई में इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (आईसीएफ) से अपनी पहली वंदे मेट्रो ट्रेन का अनावरण किया। भारत की सबसे बड़ी स्टेनलेस स्टील निर्माता, जिंदल स्टेनलेस ने इस प्रतिष्ठित परियोजना के लिए बेहद मजबूत 201LN किस्म की टेम्पर्ड स्टेनलेस स्टील की आपूर्ति की है। वंदे मेट्रो ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस के तहत कम दूरी की ट्रेन है। पारंपरिक ‘फेरिटिक’ किस्म के स्टेनलेस स्टील की तुलना में ट्रेनसेट के बाहरी पैनल की मोटाई 3 एमएम से घटकर 2 एमएम हो गई है, जिसके परिणामस्वरूप ये हल्की, अधिक ऊर्जा-कुशल और काफी कम लागत वाली ट्रेनें बन गई हैं। स्टेनलेस स्टील 201LN ग्रेड अत्यधिक जंग रोधी, काफी मजबूत, बेहद टिकाऊ और दुर्घटना से बचाने वाली विशेषताओं वाली होती है, जिससे यात्रियों को सर्वोत्तम श्रेणी की सुरक्षा मिलेगी।

इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए, जिंदल स्टेनलेस के प्रबंध निदेशक, श्री अभ्युदय जिंदल ने कहा, “हमें भारत के रेलवे बुनियादी ढांचे और रोलिंग स्टॉक के आधुनिकीकरण का हिस्सा बनकर बहुत खुशी हो रही है। पहली बार ‘फेरिटिक’ किस्म की जगह 201LN स्टेनलेस स्टील इस्तेमाल करने के भारतीय रेलवे के निर्णय में महत्वपूर्ण भूमिका निभाना सौभाग्य की बात है। हल्के वजन और कम ऊर्जा खपत वाली बोगियों से भारतीय रेलवे के कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी, और ये उसका नेट जीरो लक्ष्य हासिल करने के लिए एक जरिया बनेंगी। मुझे विश्वास है कि वंदे मेट्रो ट्रेन यात्रियों को विश्व स्तरीय अनुभव प्रदान करेंगी और हमें इसे लेकर भारतीय रेलवे के साथ साझेदारी करने की बहुत खुशी है।”

वंदे मेट्रो का लक्ष्य 250 किलोमीटर तक की दूरी तय करने वाले शहरी यात्रियों को सुविधा प्रदान करना है। वंदे मेट्रो से देशभर के 120 से अधिक शहरों के जुड़ने की उम्मीद है और इस साल जुलाई में लॉन्च की जाएगी। प्रारंभिक मार्गों में चेन्नई-तिरुपति, भुवनेश्वर-बालासोर, आगरा-मथुरा, दिल्ली-रेवाड़ी और लखनऊ-कानपुर शामिल हैं।

जिंदल स्टेनलेस के बारे में
भारत के अग्रणी स्टेनलेस स्टील निर्माता, जिंदल स्टेनलेस का वित्त वर्ष 2023 में वार्षिक कारोबार 35,700 करोड़ रुपये (4.30 अरब अमेरिकी डॉलर) रहा है, और वित्त वर्ष 2024 में 30 लाख टन वार्षिक मेल्टिंग क्षमता हासिल करने के लिए अपनी गतिविधियों को विस्तार दे रहा है। भारत में ओडिशा और हरियाणा राज्यों में इसकी दो स्टेनलेस स्टील विनिर्माण इकाइयां हैं। जिंदल स्टेनलेस का 15 देशों में विश्वव्यापी नेटवर्क है और स्पेन में एक सेवा केंद्र है। भारत में 10 बिक्री कार्यालय और छह सेवा केंद्र हैं। कंपनी के उत्पादों में स्टेनलेस स्टील स्लैब, ब्लूम, कॉइल, प्लेट, शीट, प्रिसिजन स्ट्रिप, ब्लेड स्टील और कॉइन ब्लैंक शामिल हैं।

एकीकृत संचालन से जिंदल स्टेनलेस को लागत प्रतिस्पर्धात्मकता और परिचालन दक्षता में बढ़त मिली है, जिससे यह दुनिया के शीर्ष स्टेनलेस स्टील निर्माताओं में शुमार हो गया है। 1970 में स्थापित, जिंदल स्टेनलेस नवाचार और जीवन को समृद्ध बनाने के दृष्टिकोण से प्रेरित है और सामाजिक जिम्मेदारी के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी उत्कृष्ट कार्यबल, मूल्य आधारित व्यवसाय संचालन, ग्राहकों पर केंद्रित सेवाएं और उद्योग के सर्वोत्तम तरीकों का इस्तेमाल करती है। जेएसएल पर्यावरणीय जिम्मेदारी से प्रेरित, हरित, स्थिर भविष्य के लिए प्रतिबद्ध है। कंपनी ‘इलेक्ट्रिक आर्क फर्नेस’ में स्क्रैप का उपयोग करके स्टेनलेस स्टील का निर्माण करती है, जिससे ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन कम होता है। यह गुणवत्ता में बिना किसी कमी के 100% रिसाइक्लिंग करती है, जिससे चक्रीय अर्थव्यवस्था में मदद मिलती है। कंपनी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2035 से पहले ही कार्बन उत्सर्जन की तीव्रता को 50% तक कम करना और 2050 तक नेट ज़ीरो हासिल करना है।