सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू की सबसे सुरक्षित मानी जाने वाली Kot Bhalwal Central Jail कोट भलवाल सेंट्रल जेल में आंतकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के बड़े communication network संचार नेटवर्क का पर्दाफाश कर बड़ी कामयाबी हासिल की है। शनिवार देर शाम jammu kashmir police जम्मू कश्मीर पुलिस ने जेल में raid दबिश देकर पाकिस्तानी केJaish Commander Abdul Rahman Mughal जैश कमांडर अब्दुल रहमान मुगल सहित तीन विचाराधीन पाकिस्तानी कैदियों की बैरकों से पांच mobile , पांच some card और तीन memory card बरामद किए हैं।
इन मोबाइल के जरिए पाकिस्तानी कैदी जेल से सीमा पार Pakistan पाकिस्तान में बैठे अपने आकाओं से बातचीत करते थे। संचार का यह सामान कैदियों के पास किसके जरिये और कैसे पहुंचा इसकी पड़ताल शुरू हो गई है। जांच में जुटे एक senior officer वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पाकिस्तान और आतंकियों को पता है कि इस समय सभी का ध्यान कोरोना वायरस से निबटने में लगा है इसलिए इसकी आड़ में ऐसी साजिश की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक इस मामले में छह लोगों को पूछताछ के लिए custody हिरासत में लिया है। जेल में संचार नेटवर्क का पता जम्मू के सीमावर्ती आरएसपुरा गांव के साथ लगते चकरोई गांव से स्थानीय निवासी Labba Ram लब्बा राम के घर से पकड़े गए जैश के over ground worker ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) Mohammad Muzaffar Beg मोहम्मद मुजफ्फर बेग की गिरफ्तारी से हुआ है। North Kashmir उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा जिले का रहने वाले मुजफ्फर बेग से भी पुलिस ने तीन दिन पहले पांच सिमकार्ड और नकदी बरामद की थी। पुलिस के मुताबिक, मुजफ्फर बेग चकरोई गांव के लब्बाराम की पत्नी से कोट भलवाल जेल में मिला था, जहां उसका मामा व लब्बाराम भी एक मामले में बंद था।
इसी दौरान बेग की लब्बाराम की पत्नी से जान-पहचान हुई। एक माह पूर्व सजा पूरी होने पर लब्बाराम जेल से छूटकर अपने घर पहुंचा था। करीब 20 दिन पहले बेग चकरोई में अपने एक अन्य साथी के साथ लब्बा राम के घर में आया था। इस बीच, lockdown लॉकडाउन हो गया और बेग अपने घर नहीं लौट सका। RSPURA policeआरएसपुरा पुलिस ने बाहरी व्यक्ति के गांव में होने की सूचना पर चार दिन पहले लब्बाराम के घर से मोहम्मद मुजफ्फर बेग को पूछताछ के लिए पकड़ा था। बेग के साथ आया दूसरा युवक पहले ही वहां से निकल चुका था।
इस बीच, बेग व लब्बाराम से पूछताछ से मिले सुराग पर पुलिस और special operation group स्पेशल आपरेशन ग्रुप ने शनिवार देर शाम जम्मू की अतिसंवेदनशील कोट भलवाल जेल में दबिश दी। उच्चपदस्थ सूत्रों का कहना है कि जेल में आंतकी संगठन जैश का communicatin network संचार नेटवर्क पिछले कई महीनों से चल रहा था। इसमें लब्बाराम की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। लब्बा राम जिस गांव चकरोई में रहता है, वह Pakistan border पाकिस्तान बार्डर से मात्र दो किलोमीटर दूर है। जैश के worker वकर्र अक्सर लब्बा राम के घर पर आया करते थे जहां से इस नेटवर्क का संचालन किया जाता था। सूत्रों के अनुसार, आरएसपुरा पुलिस ने लब्बाराम के घर से उसकी बैंक की डिटेल व अन्य कुछ सामान अपने कब्जे में लिया है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए security agencies सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क हो गई हैं।