भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (इसरो) ने गुरुवार दोपहर को देश की 42वीं कम्युनिकेशन सैटेलाइट CMS-01 को लॉन्च कर दिया। कोरोना वायरस जैसी महामारी का भी इसरो पर कोई असर नहीं पड़ा है। सैटेलाइट CMS-01 के साथ पीएसएलवी-50 ने सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के श्रीहरिकोटा स्थित शार रेंज के दूसरे लॉन्च पैड से गुरुवार को 15:41 बजे उड़ान भरी।

कम्युनिकेशन सैटेलाइट CMS-01 ‘एक्सटेंडेड सी बैंड’ में सेवा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से तैयार किया गया है, जिसके दायरे में भारत की मुख्य भूमि, अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप द्वीपसमूह होंगे। सीएमएस-01 भारत की 42वीं कम्युनिकेशन सैटेलाइट है। 

जीसैट और इनसैट सीरीज के बाद भारत द्वारा कम्युनिकेशन सैटेलाइट की नई सीरीज में यह पहला उपग्रह है।नई सैटेलाइट देश के कम्युनिकेशन नेटवर्क, ई-लर्निंग, टेली-मेडिसिन और आपदा प्रबंधन सेवाओं में मदद देगी। इसरो का कहना है कि इस सैटेलाइट का जीवन काल सात साल का होगा। 

लॉन्च के बाद इसरो के अध्यक्ष डॉ. के. सिवन ने कहा, ”मुझे यह बताते हुए बेहद खुशी हो रही है कि पीएसएलवी सी -50 ने सटीक उप-जीटीओ ऑर्बिट में सफलतापूर्वक सीएमएस-01 को इंजेक्ट कर दिया है। सैटेलाइट बहुत अच्छी तरह से काम कर रही है और मुझे जानकारी मिली है कि सौर पैनल डिप्लॉय कर दिए गए हैं। अगले 4 दिनों में, सैटेलाइट जियो सिंक्रोनस ऑर्बिट में जाएगी। टीम इसरो की कड़ी मेहनत के कारण यह सफलता हासिल हुई। उन्होंने न्यूनतम स्टाफ के साथ महामारी के दौरान बहुत सुरक्षित रूप से काम किया है।”

वहीं, इससे पहले सात नवंबर को पीएसएलवी ने श्रीहरिकोटा से ईओएस-01 और नौ अंतरराष्ट्रीय सैटेलाइट्स को सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया था।

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