शनिवार को एक तरफ़ जहाँ इराक़ में हज़ारों लोगों की भीड़ ईरानी सैन्य कमांडर जनरल क़ासिम सुलेमानी के जनाज़े में शामिल होने के लिए सड़कों पर थी, उसी समय ईरान में राष्ट्रपति हसन रूहानी कमांडर जनरल सुलेमानी के घर उनके परिवार से हिम्मत बनाए रखने के लिए कह रहे थे।

जब राष्ट्रपति रूहानी कमांडर सुलेमानी के घर पहुँचे तो उनकी बेटी ज़ैनब सुलेमानी ने पूछा: “मेरे पिता की हत्या का बदला कौन लेगा?” तो रूहानी ने जवाब दिया, “हम सब।”

ईरान की सरकारी न्यूज़ एजेंसी के अनुसार दक्षिण-पश्चिम में स्थित अहवाज़ शहर में ही इराक़ से कमांडर सुलेमानी के शव को लाया गया है। ईरानी झंडे में लिपटे सुलेमानी के शव को पूरे राष्ट्रीय सम्मान के साथ विमान से उतारा गया. उनके साथ ईरान के पाँच और सैनिकों के शव भी थे।

देखा गया कि अहवाज़ शहर में स्थित मौलवी स्कवायर पर जमा लोग अपना सीना पीटते हुए ‘अमरीका मुर्दाबाद’ के नारे लगा रहेे थे।

ईरान की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार देश के सर्वोच्च धार्मिक नेता आयतोल्लाह अली ख़मेनेई ने कहा है कि ‘सुलेमानी की हत्या का ‘कठोर बदला’ लिया जाए’। ख़मेनेई सोमवार को तेहरान यूनिवर्सिटी में सुलेमानी को अंतिम श्रद्धांजलि देंगे जिसके बाद जनरल क़ासिम सुलेमानी के शव को दफ़्न करने के लिए केरमान कस्बे में स्थित उनके घर ले जाया जाएगा।

ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा है कि ‘अमरीका ने सुलेमानी की हत्या कर एक बड़ी ग़लती कर दी है’।

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