भारत का आर्युवेद और योग बनायेगा भारत को विश्व गुरू !

कोरोना की लड़ाई में आखिर क्यों पीएम नरेंद्र मोदी आर्युवेद और योग को बता रहे है कारगर हथियार ।

अमेरिका में भारतीय मूल के कोरोना सरवाइवर प्रमोद भगत ने आर्युवेद और योग से कोरोना को दी मात

अमेरिका के कोरोना सरवाइवर प्रमोद भगत की कहानी , उनकी ज़ुबानी।

अनिता चौधरी

कोरोना सरवाइवर प्रमोद भगत, अमेरिका के न्यू जर्सी में रहते हैं । भारतीय मूल के आईटी प्रोफेशनल हैं और भारत से तकरीबन 30 साल पहले यूएस माइग्रेट कर वहीं बस गए थे ।

कोविड-19 की वैश्विक महामारी ने इनपर भी अपना कहर बरसाया । कोरोना वायरस की वजह से इनकी जान जाते जाते बची । अपने दूसरे जीवन के लिए प्रमोद भगत जी बार-बार भारत के आर्युवेद और योग को धन्यवाद कह रहे हैं । इनका कहना है कि भारतीय वैदिक चिकित्सा आर्युवेद का सेवन और योग का निर्वहन कोरोना में इनके लिए रामबाण साबित हुआ। इन दोनो ने संजीवनी बूटी बन कर उनको जीवनदान दिया ।

अमेरिका कोविड-29 वैश्विक बीमारी से सबसे ज्यादा ग्रसित है । जहां 11 लाख से ज्यादा लोग संक्रमण के शिकार हैं और तकरीबन 68 हजार से ज्यादा लोगो की मौत हो चुकी है ।

अमेरिका में कोरोना वायरस की वजह से न्यू यॉर्क और न्यू जर्सी सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र है । प्रमोद भगत की माने तो एक दिन जब ये जरूरत के समान खरीदने गए थे तो शायद वहीं से इस वायरस को ले आए। जब लक्षण समझ में आया तो ये अपने डॉक्टर के पास गए और टेस्ट पॉजिटिव पाए गए ।

डॉक्टर की सलाह पर वो होम quretine पर चले गए और पैरासिटामोल लेना शुरू कर दिया । तबियत फिर भी दिन पर दिन बिगड़ती चली गयी । प्रमोद भगत भारत में बिहार के मुंगेर के मूल निवासी है और स्कूल ,कॉलेज के दिनों में विश्व के सबसे बड़े योग संस्थान, मुंगेर के योग संस्थान से इनका गहरा ताल्लुक रहा है , अपने कॉलेज के दिनों में ये वहां योग इंस्ट्रक्टर भी रहे । जब तबियत काफी खराब हो गयी और सांस लेना भी मुश्किल हो गया तो एकबार परिवर ने मन बनाया कि अब हॉस्पिटल में एडमिट होना चाहिए । लेकिन इनके फैमिली डॉक्टर जो कि इनके दोस्त भी हैं । उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल की स्थिति बहुत खराब है , वेंटिलेटर और डॉक्टर available नही है । हर तरफ कोरोना से बीमार लोग है , वहां जाकर वापस आना मुश्किल है एक बार कुछ दिनों के लिए अपने will power और immune पावर को बढ़ाने की कोशिश करें । डॉक्टर की सलाह मानते हुए प्रमोद भगत जी ने अपने मुंगेर के योग और आर्युवेद की शिक्षा को याद किया और भारत के आयुष मंत्रालय की साइट पर जाकर उसे पढ़ा। immunity बढ़ाने के लिए और फिटनेस को बरकरार रखने के लिए जो भी इंस्ट्रक्शन दिए गए थे उनको follow किया । साथ ही योगनिद्रा और हठ योग की कुंजल क्रिया का पालन किया ।गिलोय और तुलसी के सेवन किया ।

गौरतलब है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपने भाषण में कई बार योगनिद्रा और आर्युवेद का जिक्र कर चुके हैं । अपने ट्वीट में प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना की लड़ाई में मुंगेर योग संस्थान को टैग करते हुए, योग और आर्युवेद की अहमियत को बताया था । प्रमोद भगत का कहना है कि कुंजल क्रिया ने कोरोना की लड़ाई में impactful role play किया और धीरे-धीरे इनकी तबियत सुधारनी शुरू हुई । प्रमोद भगत की तबियत अब काफी बेहतर है और इस दूसरी ज़िन्दगी के लिए ये भारत के आर्युवेद और योग को धन्यवाद कह रहे हैं ।

एनआरआई ,आईटी प्रोफेशनल प्रमोद भगत का कहना है कि कोविड-19 की महामारी के बाद विश्व बदलने वाला है और अपने वैदिक मूल्यों की वहज से भारत एक बार फिर विश्वगुरु बनने वाला है ।

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