कोरोना वायरस से मरने वालों में अब मासूम भी शामिल होते जा रहे हैं। कुछ दिन पहले तक यही कहा जा रहा था कि कोरोना वायरस बुजुर्गों को ज्यादा डसेगा। फिर 45, 38 और 25 साल के केस आ गये। लेकिन अब तो मामला नवजात मासूमों पर आ गया है।
अमेरिका में कोरोनवायरस से डेढ़ महीने के शिशु की मौत हो गई। देश में इस महामारी से मरने वाला यह दूसरा सबसे कम उम्र का अमेरिकी मासूम है। इसकी जानकारी कनेक्टिकट के गवर्नर नेड लामॉन्ट ने बुधवार को ट्विटर पर दी। नवजात को पिछले सप्ताह एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसे बचाया नहीं जा सका। बीती रात हुए टेस्ट में यह स्पष्ट हो गया कि नवजात कोरोना पॉजिटिव था। पिछले हफ्ते 9 माह के शिशु की मौत शिकागो में हुई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नेशविल में भी दाे महीने के शिशु की जान भी कोरोनावायरस से गई थी।
गवर्नर नेड लामॉन्ट ने कहा, ‘‘यह दिल दुखाने वाला है। हमारा मानना है कि यह वायरस बिना दया किए सबसे जीवन पर हमला करता है। यह हमें घरों में तनावपूर्ण रहने के लिए मजबूर करता है लेकिन हमारा जीवन इसी बात पर निर्भर करेगा कि हम एक दूसरे से कितनी दूरी बनाकर रह सकते हैं।
बच्चों की मौतों को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं
कुछ दिन पहले न्यू इंग्लैंड जर्नल में चायनीज शोधकर्ताओं का एक लेख प्रकाशित हुआ था, जिसमें 10 महीने के नवजात की मौत का जिक्र किया गया था। इसमें बताया गया था कि अस्पताल में भर्ती होने के चार हफ्ते बाद उसकी मौत हो गई थी। संक्रमण की वजह से बच्चे के ऑर्गन फेल हो गए थे। प्रेस कॉन्फ्रेंस में गवर्नर जेबी प्रित्जकर ने कहा, ‘नवजात को 24 घंटे पहले कोरोनावायरस का संक्रमण हुआ था। उसकी मौत की खबर ने मुझे हिलाकर रख दिया। उसके मौत की पूरी जांच की जा रही है।’ उन्होंने बताया कि मैं जानता हूं, एक नवजात की मौत की खबर कितनी दुखदायी हो सकती है। यह पूरे परिवार के बेहद दुखभरा समय है, जो पूरे सालभर से बच्चे के आने की खुशियां संजो रहा था।