पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में कहा कि इसे लेकर कोई संदेह नहीं है कि सोमवार को पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज पर हुए आतंकी हमले के पीछे भारत का हाथ था। 2008 के मुंबई हमले का जिक्र करते हुए पाकिस्तानी पीएम ने कहा, “जो मुंबई में हुआ, वे उसे कराची में दोहराना चाहते थे। वे अनिश्चितता फैलाना चाहते थे. नि:संदेह, ये काम भारत का ही है । “
इमरान खान ने आतंकी हमले के दौरान शहीद हुए एक पुलिस सब इंस्पेक्टर और तीन सिक्योरिटी गार्ड्स को पाकिस्तान का हीरो कहा । इमरान ने भारत पर बिना किसी आधार के आरोप लगाते हुए कहा, “भारत ने हमें अस्थिर करने के लिए योजना बनाई थी लेकिन जवानों ने कुर्बानियां देकर बड़ी अनहोनी से बचा लिया।”
इमरान खान ने कहा, “मेरी कैबिनेट और मंत्रियों को पता है कि सारी एजेंसियां हाई अलर्ट पर थीं। हमारी एजेंसियां कम से कम चार आतंकी हमलों की कोशिशों को विफल कर चुकी हैं जिनमें से दो घटनाओं को इस्लामाबाद में ही अंजाम देने की योजना थी. हम पूरी तरह से तैयार थे…ये हमारी एक बड़ी जीत है। “
गौरतलब है कि आतंकवादियों ने सोमवार को पाकिस्तान स्टॉक एक्सचेंज (पीएसई) की बिल्डिंग पर हमला कर पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची को दहला दिया था। हमले में चार आतंकवादियों सहित 11 लोगों की मौत हो गई, इसमें 4 सुरक्षा गार्ड, एक पुलिस अधिकारी और 2 नागरिक शामिल हैं। हमले में शामिल चारों आतंकी भी ढेर हो गए।
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने सोशल मीडिया के जरिए इस हमले की जिम्मेदारी ली है। हालांकि, पाकिस्तान लगातार भारत पर फर्जी आरोप लगा रहा है। हमले के बाद पैरामिलिट्री रेंजर्स चीफ ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी में शांति देखकर भारतीय खुफिया एजेंसी रॉ को बेचैनी हो रही थी। इस तरह के हमले को बिना किसी विदेशी एजेंसी की मदद के बिना अंजाम नहीं दिया जा सकता है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी इससे पहले भारत पर इसी तरह के आरोप लगाए थे। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा था कि इस हमले के पीछे भारत का हाथ है और भारत पाकिस्तान में शांति नहीं देख सकता है।
आरोप पर भारतीय विदेश मंत्रालय का पलटवार
पाकिस्तान से आ रहे इस तरह के बयानों को लेकर पलटवार करते हुए भारत के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने इस तरह के बयानों को बकवास करार दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के उलट भारत दुनिया में हुए हर आतंकी हमले की निंदा करता है। इसमें कराची हमला भी शामिल है। भारत को इसमें किसी तरह की हिचकिचाहट नहीं है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान अपनी घरेलू समस्याओं का जिम्मा भारत के सिर पर नहीं मढ़ सकता है।
भारत ने पलटकर सवाल किया कि क्या पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी अपनी सरकार और अपने प्रधानमंत्री के उस बयान पर प्रतिक्रिया देना चाहेंगे जिसमें उन्होंने एक वैश्विक आतंकी को ‘शहीद’ बताया था ? दरअसल, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कुछ दिन पहले ही संसद में भाषण के दौरान अल कायदा के सरगना रहे ओसामा बिन लादेन को शहीद करार दिया था।