‘न्यूक्लियर फुटबॉल’ यानी वह बटन जो हमेशा अमेरिका के राष्ट्रपति के पास रहता है और इसके जरिए ही राष्ट्रपति किसी भी वक्त न्यूक्लियर हमले का आदेश दे सकते है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, अब यह न्यूक्लियर फुटबॉल अमेरिका के नए राष्ट्रपति जो बाइडन के पास कैसे पहुंचेगा, इसको लेकर गंभीर समस्या आ खड़ी हुई है।

‘न्यूक्लियर फुटबॉल’ असल में एक खास सूटकेस होता है जिसमें न्यूक्लियर अटैक का आदेश देने के लिए जरूरी कई सामान होते हैं। इसके जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति न्यूक्लियर अटैक के आदेश को ऑथेंटिकेट करते हैं। आमतौर पर जब नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में पिछले राष्ट्रपति हिस्सा लेते हैं तो इसी दौरान ‘न्यूक्लियर फुटबॉल’ नए राष्ट्रपति को सौंप दिया जाता है। लेकिन ट्रंप, बाइडेन के शपथ ग्रहण में हिस्सा नहीं ले रहे हैं और शपथ समारोह से पहले ही वॉशिंगटन छोड़ रहे हैं।
 
बुधवार को शपथ से कुछ घंटे पहले ट्रंप वॉशिंगटन ने फ्लोरिडा जाएंगे। इस दौरान भी उनके साथ न्यूक्लियर फुटबॉल मौजूद रहेगा। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, सुरक्षा एक्सपर्ट स्टीफन स्वार्ट्ज का कहना है कि बाइडेन को न्यूक्लियर फुटबॉल सौंपने के लिए अधिकारियों को अलग से इंतजाम करना पड़ा होगा।

सुरक्षा एक्सपर्ट स्टीफन स्वार्ट्ज ने कहा कि अमेरिका में कम से कम एक ही जैसे 3 से 4 न्यूक्लियर फुटबॉल तैयार रहते हैं। एक राष्ट्रपति के साथ रहता है, दूसरा उपराष्ट्रपति और तीसरा, आपात स्थिति में इस पद को संभालने वाले व्यक्ति के लिए तैयार करके रखा जाता है। 
 
अमेरिकी राष्ट्रपति के पास एक प्लास्टिक कार्ड भी होता है जिसे बिस्किट भी कहा जाता है। अमेरिकी संविधान के मुताबिक, अगले राष्ट्रपति के शपथ लेने से ठीक पहले तक पिछले राष्ट्रपति के पास न्यूक्लियर अटैक का आदेश जारी करने का अधिकार होता है। लेकिन जैसे ही नए राष्ट्रपति शपथ लेते हैं, पिछले राष्ट्रपति के बिस्किट को डिएक्टिवेट कर दिया जाता जाता है।
 

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