राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने काशी की दिव्य एवं अद्भुत गंगा आरती का सपरिवार दृश्यवलोकन किया
मोक्षदायिनी जाह्नवी की महाआरती 09 ब्राह्मणों द्वारा 18 रिद्धि-सिद्धि बालिकाओं के साथ संपन्न किया गया
वाराणसी। सारे जग से न्यारी काशी की छटा देखकर देश के प्रथम नागरिक भी खुद को सम्मोहित होने से नही रोक पाए। जी हां! महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बनारस के ऐतिहासिक एवं पौराणिक दशाश्वमेध घाट पर सपत्नी, बेटी के साथ गंगा आरती का दृश्यवलोकन किया। अदभुत गंगा आरती 09 ब्राह्मणों द्वारा 18 रिद्धि-सिद्धि बालिकाओं के साथ संपन्न किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित अन्य लोग उपस्थित रहे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को मुख्यमंत्री ने स्मृतिचिन्ह भेंट किया।
सीएम योगी ने परियोजनाओं के बारे में विस्तार से बताया
इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा वाराणसी में चल रहै विकास परियोजनाओं एवं गंगा सफाई अभियान आदि के संबंध में राष्ट्रपति को विस्तार से अवगत कराया गया। इससे पूर्व राष्ट्रपति श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में भी विधिवत दर्शन पूजन किया।
सपरिवार बाबा दरबार पहुंचे महामहिम राष्ट्रपति, बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूजन किया
महामहिम करीब 5:45 बजे बाबा दरबार पहुंचे पांचों पंडवा प्रवेश द्वार होते हुए राष्ट्रपति का काफिला परिसर में प्रवेश किया। रानी भवानी उत्तरी गेट से होते हुए बद्रीनाथ प्रवेश द्वार से राष्ट्रपति गर्भगृह पहुंचे जहां उन्होंने बाबा दरबार में सपरिवार षोडशोपचार पूजन किया। मंदिर के अर्चक श्रीकांत महाराज, टेक नारायण महाराज और संजय पांडे द्वारा महोदय का पूजन अर्चन कराया गया। दर्शन के पश्चात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राष्ट्रपति को अंग वस्त्र रुद्राक्ष की माला प्रसाद के साथ ही पीतल का शंख भेंट किया वही देश की प्रथम महिला को अंग वस्त्र माला और दुपट्टा उपहार स्वरूप भेंट किया गया। उत्तर प्रदेश के राज्यपाल ने देश की प्रथम महिला को सम्मानित किया। दर्शन के बाद महामहिम श्री काशी विश्वनाथ धाम के निर्माणाधीन भवनों को भी देखा। इसमें उन्होंने चुनार के लाल बलुआ पत्थर से बन रहे मंदिर परिसर की नक्काशी को देखा। इस दौरान मुख्यमंत्री ने इस परियोजना के बारे में महामहिम को पूरी जानकारी दी, उन्होंने बताया कि भविष्य में काशी आने वाले श्रद्धालु गंगा स्नान करके सीधे मंदिर में दर्शन करने पहुंच सकेंगे।
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताई दरबार से माँ गंगा की दूरी
इस परियोजना में श्रद्धालुओं के हर एक सुविधा का ध्यान रखा गया है। भवनों का निर्माण तेजी से चल रहा है। इस दौरान राष्ट्रपति ने नक्शे में बने अलग-अलग तरह के भवनों के बारे में भी जानकारी ली। मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल ने महामहिम को बताया कि गंगा से लगभग 350 मीटर दूरी पर बाबा विश्वनाथ का मंदिर है। इस बीच में अलग-अलग उद्देश्य से अलग-अलग भवनों का निर्माण कराया जा रहा है। इस निर्माण की गुणवत्ता के लिए अलग-अलग संस्थाओं को शामिल किया गया है, जिसके विशेषज्ञ निर्माण पर अपना ध्यान रखते हैं। इस पर राष्ट्रपति ने कहा कि भविष्य में एक भव्य स्वरूप देखने को मिलेगा। इस मौके पर मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा, डिप्टी कलेक्टर विनोद सिंह, ओएसडी उमेश कुमार सिंह, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी निखिलेश मिश्रा सहित बड़ी संख्या में अधिकारी उपस्थित रहे।