दिल्ली हाइकोर्ट ने टाली सुनवाई। कोर्ट 30 अप्रैल को करेगा सुनवाई। मामले की सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा इससे संबंधित मामला सुप्रीम कोर्ट में लंबित है लिहाजा जब तक सुप्रीम कोर्ट इस मामले में आदेश नही दे देता है तब तक सुनवाई करने उचित नही होगा।

आशीष कुमार द्वारा दायर याचिका में यह घोषणा किए जाने का आग्रह किया गया है कि, असैन्य या सैन्य सभी अधिकारी प्रधानमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों की सुरक्षा के मामले में विशेष सुरक्षा समूह (SPG) की देखरेख में कार्य करेंगे।

याचिका में कहा गया है कि, एक ऐसे देश में जहां दो प्रधानमंत्रियों की हत्या हुई है, इस तरह की सुरक्षा चूक राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा है और यह आम नागरिकों के जीवन को भी खतरे में डालती है।

याचिका में आगे कहा गया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को राज्यों के विवेक पर नहीं छोड़ा जा सकता है और इसलिए उनकी सुरक्षा के मामलों में पूर्ण अधीक्षण की कवायद एसपीजी की देखरेख में होनी चाहिए।

मालूम हो कि, पंजाब के फिरोजपुर में गत पांच जनवरी को प्रदर्शनकारियों द्वारा सड़क अवरुद्ध किए जाने के कारण प्रधानमंत्री का काफिला फ्लाईओवर पर फंस गया था, जिसके बाद वह एक रैली सहित किसी भी कार्यक्रम में शामिल हुए बिना पंजाब से लौट आए थे। उच्चतम न्यायालय ने 12 जनवरी को मामले की गहन जांच का आग्रह करने वाली याचिका पर सुरक्षा चूक की जांच के लिए शीर्ष अदालत की पूर्व न्यायाधीश इंदु मल्होत्रा की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति नियुक्त की थी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here