विशेष संवाददाता
लाकडाउन के 18वें दिन भी देश के सामने कोरोना वायरस का संकट मुंह बाये खड़ा है क्योंकि संक्रमितों की संख्या रोज बढ़ रही है और मरने वालों की तादाद नित नए रेकार्ड (record) का स्पर्श कर रही है। शनिवार को मृतकों का आंकड़ा 266 पहुंच गया। यह कोविड-19 ओआरजी एक दिन में संक्रमितों का आंकड़ा रहा 1035, जो कि रेकार्ड है। संक्रमितों की संख्या 7901 हो गई जबकि मृतकों की तादाद 36 रही।
यही कारण है कि लाकडाउन की मियाद और आगे बढा कर 30 अप्रैल तक की जा चुकी है।
मौलाना साद आज भी गिरफ्तार नही किया गया
अपने ऊल-जुलूल तर्कों से जमातियो को गुमराह कर देश भर मे कोरोना वायरस फैलाने का इकलौता जिम्मेदार राजद्रोही मुजरिम तबलीगी मरकज का मुखिया आज भी गिरफ्तार नही किया जा सका। जबकि उसके सेल्फ क्वारंटिन का आज आखिरी दिन था। दिल्ली पुलिस को, जो केन्द्र के अधीन है, उसके छिपे होने की जगह जानने का दावा करती रही है, साद को तिहाड जेल भेजने में क्यों नाकाम रही। क्या उसे राष्ट्रीय सलाहकार या गृह मंत्री की हरी झंडी का इन्तजार है, यह करोड टके का सवाल है ?
पिछले 20 दिन में 7358 मामले आए और 259 लोगों की मौत हुई। आंकड़ा बता रहा है कि लाकडाउन ( lockdown)में मौतों के साथ संक्रमितों का आंकड़ा बढ़ा है। वैसे हेल्थ मिनिस्ट्री ( health ministry) का कहना है कि वक्त पर लाकडाउन लागू करने से डेटा ( data)कम हैं अन्यथा 35 हजार लोग वायरस से संक्रमित होते और कुछ नहीं करते तो तादाद दो लाख होती। वैसे स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक मृतकों की संख्या 242 ही है। संक्रमितो की संख्या 6634 रही।
ऐसा लगता है कि वायरस फैलाने की कोई साजिश है
इसके बाद भी कुछ सवाल अब भी अनुत्तरित हैं। पिछले दस दिनों में तबलीगी जमात भी तो छूत फैलाने में आगे रहा है और जो आंकड़े शूट कर गए हैं, वो इनकी भी देन है। भारत के सभी हिस्सों में इनकी पहुंच की बात अब साफ हो गई है। ऐसा लगता है कि कोई साजिश की गई, कि भारत में कोरोना वायरस फैलाया जाय। पिछले दस दिन से संक्रमण जो बढ़े हैं,उसमें आधे से ज्यादा की हिस्सेदारी जमात के लोगों की है। यह आंकड़े परेशान करने वाले हैं। इतना ही नहीं, पाकिस्तान को भी नहीं छोड़ा है। वहां भी तबलीगियों ने तबाही मचा दी है। जब तक ये पकड़े नहीं जाएंगे या इनके संपर्क खत्म नहीं होंगे, संक्रमितों की संख्या बढ़ती जाएगी।
मेरठ में बवाल उन्हीं लोगों ने फिर किया जो अन्य स्थानों पर करते रहे थे। संक्रमितों का पता लगने पर पुलिस गई थी, अस्पताल में चेकिंग के लिए भेजने, लेकिन पथराव किया गया। मैजिस्ट्रेट को चोट लगी तो पुलिस ने लाठी भांजकर चार को गिरफ्तार किया। समझ में नहीं आता कि कोरोना वायरस की जांच से इन तत्वों को इनकार क्यों है। जान किसकी बचेगी? क्या ये भी बताना पड़ेगा। पर लगता है कि इसकी परवाह नहीं है। कोरोना वारियर्स बनकर 72 हूरों के पास जाने का मन बना लिया है इन नाशुक्रों ने।
देश से लाकडाउन हटाना दो हफ्ते तक तो संभव वैसे भी नहीं होगा, क्योंकि किसी की इच्छा नहीं है। उन जगहों पर कुछ ढील देने पर शायद सरकार सोचे जहां कोरोना नहीं पहुंचा है अथवा जहां कम फैला है। लेकिन सड़क परिवहन, विमान या कोई और तरीका अपनाया नहीं जा सकता। माल ढुलाई जारी रहेगी क्योंकि यह जरूरी है। महाराष्ट्र में 110 और मध्यप्रदेश में 33 लोगों ने जान गंवाई है। गुजरात में 19 और दिल्ली में 13 की मौत हुई। दिल्ली में संक्रमितों की संख्या 903 हो गई है। आज तो जमात ने पुरानी दिल्ली के चाँदनी चौक इलाके के चाँद महल को हाट स्पाट बना दिया। 102 मे 52 तबलीगी पाजिटिव निकले।
यूपी में कड़ाई के बावजूद तबलीगी जमात की कृपा से संक्रमितों की संख्या बढी है।