नई दिल्ली। मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सिरीज में हार्दिक पंड्या और बांए हाथ के होनहार तेज गेंदबाज टी नटराजन खूब छाए रहे। पंड्या ने बल्ले से तो नटराजन ने गेंद से अपनी अलग छाप छोड़ी।
पंड्या ने टीम के लिए एक अच्छे फिनिशर की भूमिका निभाई। दूसरे टी20 मैच में उन्होंने नाबाद 42 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई थी, जबकि अपने करियर के पहले दौरे पर नटराजन ने पहले टी20 मैच में तीन विकेट, दूसरे में 2 विकेट और तीसरे और आखिरी मैच में एक विकेट लेकर बल्लेबाजों के मन में अपनी गेंदबाजी का खौफ बैठा दिया। हालांकि तीसरे टी20 मैच में भारत को 12 रन से हार का सामना करना पड़ा। मगर सीरीज 2-1 से अपने नाम कर ली और पंड्या ‘मैन ऑफ द सीरीज’ रहे। लेकिन उन्होंने महान खेल भावना का परिचय देते हुए ‘मैन ऑफ द सीरीज’ अवॉर्ड नटराजन को सौंप दिया दिया।
दरअसल पूरी टीम सहित पंड्या भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे वनडे से इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले नटराजन से खूब प्रभावित हैं।
दूसरे टी20 मैच के ‘मैन ऑफ द मैच’ पंड्या ने तो उस समय यह भी कह दिया था कि वो इस अवॉर्ड के हकदार नहीं है, बल्कि नटराजन को यह अवॉर्ड मिलना चाहिए था। खैर, उस समय जो नहीं हो पाया पंड्या ने वो सीरीज खत्म होने के बाद कर दिखाया। दूसरे टी20 मैच में नटराजन (T Natarajan) बाकी गेंदबाजों की तुलना में काफी किफायती साबित हुए। उन्होंने 5 की इकोनॉमी से 4 ओवर में 20 रन दिए और दो विकेट लिए।
मैन ऑफ द सीरीज बनने के बाद पंड्या ने कहा, ‘मैं काफी खुश हूं. मगर यह किसी एक व्यक्ति की नहीं, बल्कि पूरी टीम की कोशिश थी. दूसरा वनडे हारने के बाद हमने आने वाले चार टेस्ट मैचों की सीरीज के बारे में सोचा और हमने तीन जीत हासिल कीं. इससे काफी खुश हूं.’