नई दिल्ली। बीते बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर में भारतीय सेना के सीडीएस बिपिन रावत को ले जा रहा हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस हादसे में रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत सेना के कुल 13 अधिकारियों का निधन हो गया। इस हादसे पर आज रक्षा मंत्री ने संसद में बयान दिया।

उधर हादसे में एकमात्र बचे ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह की अस्पताल में जिंदगी और मौत से कश्मकश जारी है। ताजा अपडेट यह है कि लगभग 45% जले होने के साथ उनकी स्थिति काफी गंभीर लेकिन स्थिर बनी हुई है।

उन्हें विलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल से बेंगलुरु के कमांड अस्पताल में शिफ्ट किया जा सकता है। इधर, सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी और हेलिकॉप्टर क्रैश में मारे गए सभी लोगों के पार्थिव शरीर को वेलिंग्टन मिलिट्री हॉस्पिटल से मद्रास रेजिमेंट सेंटर लाया गया है।

देश को झकझोर देने वाले इस हादसे को लेकर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज राज्यसभा में बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सदन को बेहद ही भारी मन से एक दुखद खबर से अवगत कराना चाहता हूं। बीते 8 दिसंबर को दोपहर में भारतीय वायुसेना का हेलिकॉप्टर जिसमें सीडीएस बिपिन रावत मौजूद थे, वह क्रैश हो गया। रावत को वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जाना था।

एयरफोर्स के एमआई 17 हेलिकॉप्टर ने सुलूर एयरबेस से 11.48 पर उड़ान भरी. इसे वेलिंग्टन में 12:15 बजे लैंड करना था। एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने हेलिकॉप्टर से करीब 12.08 बजे संपर्क खो दिया।

रक्षा मंत्री ने आगे बताया कि इसके बाद कुछ स्थानीय लोगों ने जंगल में आग देख। वे दौड़कर वहां पहुंचे तो हेलिकॉप्टर में आग लगी हुई थी। इसके बाद रेस्क्यू टीम सभी को क्रैशसाइट से वेलिंग्टन सैन्य अस्पताल लेकर आई। अभी तक की ताजा जानकारी के मुताबिक, हेलिकॉप्टर में सवार 14 लोगों में से 13 की मौत हो गई. इसमें सीडीएस बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत, उनके सैन्य सलाहकार ब्रिगेडियर लिड्डर, स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट कर्नल हरजिंदर सिंह और 9 अन्य सैन्य सुरक्षाबलों के जवान थे। ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह लाइफ सपोर्ट पर हैं. उनका वेलिंग्टन में इलाज चल रहा है।

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