भोपाल । मध्य प्रदेश में मची राजनीतिक उथल पुथल के बीच गवर्नर लालजी टंडन, मुख्यमंत्री कमलनाथ, विधानसभा स्पीकर प्रजापति के बीच में ‘लेटर वॉर’ चल रहा है।
स्पीकर नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने चिट्ठी लिखी तो राज्यपाल लालजी टंडन ने जवाबी पत्र ने स्पीकर पर चुटकी ली।
महामहिम ने पत्र में लिखा कि लगता है आपने गलत पते पर चिट्ठी भेज दी। उन्होंने लिखा, ‘आपने अपने पत्र के अंतिम पैराग्राफ में विधायकों की सुरक्षा की मांग की है। प्रदेश के सभी नागरिकों की सुरक्षा का दायित्व कार्यपालिका का है और आप उससे ही सुरक्षा चाहते होंगे किंतु त्रुटिवश यह पत्र मुझे प्रेषित हुआ प्रतीत होता है।’
टंडन ने लिखा कि आपके पत्र के दूसरे पैराग्राफ में मुझसे कुछ प्रश्नों के उत्तर की अपेक्षा की गई है। उक्त अपेक्षा निश्चित ही किसी नियमावली के अंतर्गत होगी और आपने उसका अवलोकन किया होगा। कृपया संबंधित नियमावली मुझे प्रेषित करने का कष्ट करें।
पत्र में आगे लिखा गया कि तथाकथित लापता विधायकों से आपको और मुझे लगातार पत्र प्राप्त हो रहे हैं। उन्होंने अपने किसी भी पत्र में, जहां पर भी वे वर्तमान में हैं, अपनी ओर से कोई समस्या व्यक्त नहीं की है। उनके पत्र एवं वीडियो लगातार समाचार पत्रों, इलेक्ट्रॉनिक एवं सोशल मीडिया में आ रहे हैं और अब वे सर्वोच्च न्यायालय भी पहुंच गए हैं।
स्पीकर ने गवर्नर को लिखा था पत्र
इससे पहले विधानसभा स्पीकर प्रजापति ने गवर्नर टंडन को पत्र लिखा था, जिसका जवाब कुछ ही घंटों में राज्यपाल ने दिया। स्पीकर ने अपने पत्र में मुख्य रूप से सदन के लापता सदस्यों की वापसी के विषय का जिक्र किया था।
प्रजापति ने कहा था कि वे विधानसभा के प्रमुख होने के नाते इन सदस्यों के ‘लापता’ होने को लेकर काफी चिंतित हैं। उन्होंने सोशल मीडिया में जारी वीडियो और अन्य स्थितियों का हवाला देते आशंका व्यक्त की है कि संबंधित सदस्यों से त्यागपत्र दबाव देकर लिखवाए गए हैं।