विशेष संवाददाता
आया है जो जाएगा राजा रंक फकीर। हम जन्म लेते हैं मृत्यु की खातिर। यही शाश्वत सत्य है भी। बस कोई समय से पहले चला जाता है। हमेशा हंसने और हंसाने वाले रोमांटिक हीरो ऋषि कपूर के साथ यही हुआ। परिवार मे ढेरों बुजुर्गो के रहते चिन्टू चल दिया उस सफर पर जहाँ से कोई लौट कर नहीं आता। सुबह पौने नौ बजे अंतिम सांस ली और अपराह्न मे उसी माटी मे मिल गया जहाँ से आया था।
कोई और समय होता तो इस अवसर समूचा मुम्बई आ गया होता मगर कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते चूंकि माया नगरी सबसे ज्यादा मौत का शिकार बन चुकी है, इसलिए अंत्येष्टि के समय सीमित संख्या की ही मौजंदगी रही। लाकडाउन के दौरान कल इरफान भी 20 लोगों की मौजूदगी में दफनाए गये थे। आज वैसा ही ऋषि के साथ भी हुआ।
मरीन लाइंस के चंदनवाड़ी श्मशान घाट पर ऋषि कपूर के अंतिम संस्कार के समय नीतू कपूर, रीमा जैन, मनोज जैन, अरमान जैन, आदर जैन, अनीषा जैन, राजीव कपूर, रणधीर कपूर, सैफ अली खान, करीना कपूर खान, बिमल पारिख, नताशा नंदन, अभिषेक बच्चन, डॉक्टर तरंग, आलिया भट्ट, अयान मुखर्जी, जय राम, रोहित धवन और राहुल रवैल को ही मौजूद रहने की इजाजत मिली थी।
परिवार के सदस्य और कुछ अन्य बॉलीवुड सितारों की मौजूदगी में ऋषि कपूर का अंतिम संस्कार हुआ।
चंदनवाड़ी श्मशान घाट पर सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन की गई थी. इसी के चलते वहां पर मीडिया को भी दूर रखा गया।
शादी के बाद दिल्ली वासी हो चुकी ऋषि की पुत्री रिद्धिमा कपूर साहनी को हालांकि सुबह साढे दस बजे मुम्बई यात्रा के लिए पास जारी कर दिया गया था। लेकिन वह पापा का अंतिम दर्शन नहीं कर सकी। उसके शाम छह बजे मुम्बई पहुंचने की उम्मीद जतायी जा रही ।