नई दिल्ली, 31 दिसंबर 2021, मानसून के दौरान बाढ़ से प्रभावित हुए ग्वालियर व चंबल संभाग तथा विदिशा जिले को केंद्र सरकार से 600.50 करोड़ रुपये की अतिरिक्त सहायता मंजूर की गई है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर की पहल पर केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय समिति ने केंद्रीय सहायता देने को मंजूरी दी है। मध्य प्रदेश सहित छह राज्यों को 3,063.21 करोड़ रु. की अतिरिक्त सहायता स्वीकृत की गई है। यह, प्राकृतिक आपदाओं का सामना कर रहे इन छह राज्यों के लोगों की मदद करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के दृढ़ संकल्प को दर्शाता है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून के दौरान, म.प्र. के ग्वालियर व चंबल संभाग के 8 जिले तथा विदिशा जिला अत्यधिक वर्षा के कारण बुरी तरह प्रभावित हुआ था, जिसमें शिवपुरी जिले में तो एक ही दिन में 300 मिलीमीटर से अधिक वर्षा हुई थी। तब राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 9 टीमें, राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की 29 टीमें, सेना के 6 कॉलम, होमगार्ड की 61 टीमें, नागरिक सुरक्षा की 478 टीमें तैनात की गईं और नागरिकों को बचाने के लिए 145 नावों तथा एयरलिफ्ट के लिए 6 विमानों का इस्तेमाल किया गया था। बचाव अभियान के दौरान फंसे हुए 9,334 लोगों को बचाया गया, 32,960 लोगों को स्थानांतरित व 278 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया था, वहीं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर राज्य द्वारा बाढ़ प्रभावित जिलों में 226 राहत शिविर आयोजित किए थे।

केंद्रीय मंत्री और क्षेत्रीय सांसद श्री तोमर ने उस समय बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया था तथा केंद्र व राज्य सरकार में उच्च स्तर पर चर्चा कर प्रभावित जिलों के लिए सहायता देने का अनुरोध किया था। तत्काल प्रकृति के नुकसान का आकलन करने के लिए, केंद्रीय गृह मंत्रालय की अंतर-मंत्रालयी टीम ने 16 से 18 अगस्त 2021 तक राज्य के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया ताकि नुकसान और अस्थायी प्रकृति की तत्काल राहत के लिए धन की आवश्यकता का मौके पर आकलन किया जा सके। केंद्रीय टीम की रिपोर्ट व राष्ट्रीय कार्यकारी समिति (एससी-एनईसी) की उप-समिति की सिफारिशों पर उच्च स्तरीय समिति (एचएलसी) ने विचार किया और बाढ़ प्रबंधन के लिए एनडीआरएफ से 600.50 करोड़ रु. की अतिरिक्त सहायता को मंजूरी दी। इसके अलावा, केंद्र सरकार ने वर्ष के दौरान विभिन्न आपदाओं के प्रबंधन के लिए एसडीआरएफ में राज्य को अपने हिस्से के 1456 करोड़ रु. पहले जारी कर दिए गए है।

श्री तोमर ने सहायता स्वीकृत करने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी व केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह के प्रति आभार व्यक्त किया है। गृह मंत्री श्री शाह की अध्यक्षता वाली उच्च स्तरीय समिति ने जिन अन्य 5 राज्यों को केंद्रीय सहायता देने को मंजूरी दी, वे हैं-असम, गुजरात, कर्नाटक, उत्तराखंड व पश्चिम बंगाल। इन्हें वर्ष 2021 के दौरान आई बाढ़/भूस्खलन/चक्रवाती तूफान के लिए धनराशि मिलेगी।

चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ के लिए गुजरात को 1,133.35 करोड़ रु., चक्रवाती तूफान ‘यास’ के लिए पश्चिम बंगाल को 586.59 करोड़ रु., दक्षिण पश्चिम मानसून के दौरान बाढ़/भूस्खलन के लिए असम को 51.53 करोड़ रु., कर्नाटक को 504.06 करोड़ रु. और उत्तराखंड को 187.18 करोड़ रु. की सहायता मंजूर की गई है। यह अतिरिक्त सहायता केंद्र सरकार द्वारा इन राज्यों को एसडीआरएफ में जारी राशि के अतिरिक्त है, जो पहले से ही राज्यों के पास उपलब्ध है। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान केंद्र सरकार ने 28 राज्यों को उनके एसडीआरएफ में 17,747.20 करोड़ रु. जारी किए हैं। इसके अलावा एनडीआरएफ से 7 राज्यों को 3,543.54 करोड़ रु. जारी किए गए हैं।

चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ और ‘यास’ के बाद एनडीआरएफ से गुजरात को गत 20 मई को एक हजार करोड़ रु. व पश्चिम बंगाल को 29 मई को 300 करोड़ रु. अग्रिम रूप से जारी किए गए थे। वर्ष 2021-22 के दौरान केंद्र सरकार ने प्राकृतिक आपदाओं के तुरंत बाद ही प्रभावित राज्य सरकारों से ज्ञापन प्राप्त होने की प्रतीक्षा किए बिना ही 22 अंतर-मंत्रालय केंद्रीय टीमों (आईएमसीटी) को वहां भेज दिया था। 

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