नई दिल्ली (एजेंसी)। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एहतियात के तौर पर क्वारंटाइन में रह रहे पांच भारतीय खिलाड़ियों के साथ पूरी टीम सीरीज के तीसरे टेस्ट के लिए एक साथ चार्टर्ड विमान से सोमवार को मेलबर्न से सिडनी रवाना हो गई। भारतीय टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, शुभमन गिल, पृथ्वी शॉ और नवदीप सैनी के खिलाफ कोरोना वायरस से बचाव के लिए लागू कोविड-19 प्रोटोकॉल के उल्लंघन को कथित तौर पर तोड़ने की जांच जारी है लेकिन उन्हें टीम के साथ यात्रा करने से नहीं रोका गया ।
टीम इंडिया सोमवार को चार्टर्ड फ्लाइट से सिडनी के लिए मेलबर्न से रवाना हुई। वहां पर दो दिन अभ्यास करेगी। इससे पहले टीम ने मेलबर्न में अभ्यास किया। सिडनी के लिए रवाना होने से पहले टीम इंडिया का कोरोना टेस्ट हुआ और सभी भारतीय खिलाड़ियों की कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आई।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को जारी मीडिया प्रेस रिलीज में कहा था कि वे इस मामले की जांच बीसीसीआई के साथ मिलकर कर रहे हैं। यह मामला तब तूल पकड़ा जब नवलदीप सिंह नाम के एक फैन ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया जिसमें ये पांचों एक इनडोर रेस्तरां में खाना खा रहे थे।
बीसीसीआई के एक अधिकारी ने नाम ना बताने की शर्त पर पीटीआई-भाषा से कहा, ‘अगर आप क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के बयान को ध्यान से पढ़ेंगे तो उन्होंने कभी नहीं कहा कि यह एक उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि वे यह निर्धारित करना चाहते हैं कि क्या यह उल्लंघन है।’ उन्होंने बताया, ‘इसलिए टीम के साथ सिडनी जाने वाले इन पांच खिलाड़ियों पर कोई प्रतिबंध नहीं है। पूरी टीम ने आज दोपहर में उड़ान भरी है।’ यह पता चला है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के इस मसले से निपटने के तरीके से भारतीय टीम खुश नहीं है। सूत्र ने कहा, ‘उस फैन ने अगर सोशल मीडिया पर खिलाड़ी (पंत) को गले लगाने को लेकर झूठ नहीं बोला होता तो यह मामला बड़ा नहीं होता। खिलाड़ी अंदर इसलिए गए क्योंकि वहां बूंदाबांदी हो रही थी।’
उन्होंने कहा, ‘उसने बिना अनुमति के वीडियो बनाया और फिर बिना किसी के कहे ही पब्लिसिटी के लिए बिल का भुगतान कर उसे सोशल मीडिया पर डाल दिया।’ उन्होंने सवाल किया, ‘क्या आप यह कहना चाहते है कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ऐसे व्यक्ति के वीडियो के आधार पर निर्णय लेगा, जिसने पहले झूठ बोला और फिर अपने बयान से मुकर गया।’ इस पूरे मामले के बाद टीम के प्रशासनिक मैनेजर गिरिश डोंगरे की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहा है।
बीसीसीआई के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि डोंगरे बीसीसीआई के कार्मचारी है और उन्हें कोविड-19 प्रोटोकॉल को लेकर टीम को संभालने के लिए रखा गया है। उन्होंने कहा, ‘खिलाडियों के लिए प्रोटोकॉल की हर बात याद रखना जरूरी नहीं है। इस काम के लिए एक पेशेवर टीम है, जिन्हें यह सुनिश्चित करना है कि हर नियम का पालन किया जाए। यह सुनिश्चित करने के लिए डोंगरे का कर्तव्य था कि खिलाड़ियों को बताया जाए कि वे एक इनडोर क्षेत्र में नहीं जा सकते।’ ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने रविवार को दावा किया था कि ब्रिसबेन में क्वारंटाइन के कड़े नियमों के कारण भारतीय टीम चौथे टेस्ट के लिए वहां की यात्रा नहीं करना चाहती है। लेकिन यह पता चला है कि सीरीज का चौथा और आखिरी टेस्ट अपने तय कार्यक्रम 15 जनवरी से ब्रिसबेन के गाबा मैदान में ही खेला जाएगा।
न्यू साउथ वेल्स (सिडनी में तीसरे टेस्ट का स्थल) और क्वींसलैंड राज्य (ब्रिसबेन) सरकार के बीच कोविड-19 को लेकर सीमा प्रतिबंध एक समस्या है। सिडनी और आसपास के इलाकों में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण क्वींसलैंड ने न्यू साउथ वेल्स से यात्रा करने वाले लोगों के लिए अपनी सीमाएं बंद कर दी हैं। टेस्ट मैच हालांकि इसके लिए एक अपवाद होगा और खिलाड़ी आईपीएल जैसी सख्त कोविड-19 के सुरक्षा दायरे में रहेंगे।
बीसीसीआई ने अभी तक चौथे टेस्ट को ब्रिसबेन से सिडनी से अलग आयोजित करने के बारे में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से संपर्क नहीं किया है। बीसीसीआई के एक अधिकारी ने कहा, ‘स्थिति हमेशा बदल रही है। इसके लिए कुछ और दिन इंतजार करना चाहिए।’