सीएम योगी आदित्यनाथ ने वादा किया था कि माफियाओं के कब्जे से मुक्त करवाई गई जमीनों पर गरीबों के लिए घर बनाकर उन्हें दिया जाएगा। उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में माफियाओं के खिलाफ कार्यवाई कर उनके कब्जे से जमीनों को मुक्त करवाई भी गई। इसी कड़ी में यूपी के प्रयागराज में अतीक अहमद के कब्जे से खाली कराई गई जमीन पर गरीबों के लिए आशियाने बनने शुरू हो चुके हैं। योगी सरकार 2.0 के बाद ऑपरेशन माफिया पर काम और तेज हो गया है। जहां एक ओर माफिया और अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर चल रहा है। वहीं प्रयागराज में बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद के कब्जे से लूकरगंज में मुक्त कराई गई 1731 वर्ग मीटर भूमि पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इसे लेकर लोगों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी अपना वादा पूरा कर रहे हैं।

गौरतलब है कि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने करीब दो साल पहले संगम नगरी प्रयागराज में एलान किया था कि बाहुबलियों के कब्जे से खाली करवाई गयी अवैध कब्जे वाली जमीनों पर घर बनाकर गरीबों को दिया जाएगा। प्रयागराज में इलाहाबाद हाईकोर्ट के वकीलों के कार्यक्रम में शामिल होने आए सीएम ने मंच से कहा था कि माफिया के कब्जे से खाली करवाई गयी जमीन पर घर बनाकर जरूरतमंद गरीबों को दिया जाएगा। जिसमें वकील पत्रकार और शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी।

यूपी विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 26 दिसम्बर को प्रयागराज के लूकरगंज इलाके में अतीक अहमद के कब्जे से खाली करवाई गई 17 सौ वर्ग गज से बड़े प्लॉट पर गरीबों के लिए बनने वाले आशियाने के लिए भूमि पूजन भी कर दिया था। इसके बाद चुनाव आचार संहिता लग गई और काम रुक गया था। लेकिन दूसरी बार सत्ता संभालने के साथ ही उस काम मे तेजी आई और अब उस जमीन पर निर्माण कार्य शुरू हो गया है।

शहर के पॉश इलाके लूकरगंज में पूर्व सांसद के द्वारा जबरन कब्जा कर इस जमीन पर अपने सामान रखे गए थे। जिन्हें हटाकर वहाँ हुए सारे निर्माण को पीडीए ने ध्वस्त कर दिया था। इसके बाद 17 सौ वर्ग गज से ज्यादा जमीन खाली हुई थी। अब इसी भूखंड पर पीडीए के निर्देश पर आवासीय योजना का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है। पीडीए के वीसी अरविंद चौहान ने बताया कि इस जमीन पर 76 फ्लैट का निर्माण होगा। जिसमें एक बेडरूम, हॉल और किचन के साथ ही बाथरूम शामिल रहेगा। इसके साथ ही इस इमारत में पार्किंग की व्यवस्था के साथ ही कॉमन कम्युनिटी हॉल भी बनाया जाएगा। जहां पर लोग एक साथ बैठकर कार्यक्रम कर सकेंगे।

पीडीए की वीसी ने बताया कि माफिया के कब्जे से खाली करवायी गई इस जमीन पर जो भी फ्लैट बनवाये जा रहे हैं। उनके तैयार होने के बाद उसमें लगी लागत के आधार पर ही इसकी कीमत तय की जाएगी। ये सभी फ्लैट नो प्रॉफिट नो लॉस के आधार पर आवंटियों को दिए जाएंगे। सरकार द्वारा तय लोगों को ये आवास लॉटरी के माध्यम से दिए जाने की योजना है। अनुमान है कि इस फ्लैट की कीमत 5 लाख के आसपास तय होगी, जिसमें से केंद्र और प्रदेश सरकार की आवास योजना के तहत सब्सिडी भी मिलेगी। इसके बाद आवंटियों को दो लाख के करीब तक इसकी कीमत अदा करनी पड़ सकती है। बहरहाल अभी इस फ्लैट की कोई कीमत तय नहीं कि गयी है। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद सही रेट पता चल सकेगा।

माफिया के कब्जे से मुक्त करवाई गई जमीन पर चल रहे इस निर्माण कार्य को देखने के बाद लोग एक बार फिर प्रदेश सरकार की सराहना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि जिस तरह से योगी जी ने कहा था कि माफियाओं के कब्जे से खाली करवाई गई जमीन पर गरीबों को घर बनाकर देंगे वो काम अब पूरा कर रहे हैं। इससे न सिर्फ दूसरे माफियाओं को नसीहत मिलेगी, बल्कि वे गरीबों और कमजोरों की जमीन हड़पने से पहले डरेंगे।