जम्मू। नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के फिर बिगड गये बोल। उन्होंने मंगलवार को नगालैंड गोलीबारी, किसान आंदोलन समेत कई मुद्दों पर केंद्र सरकार पर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सरकार को लगा कि तीन कृषि कानून आगामी चुनाव को प्रभावित करेंगे इसलिए इन्हें वापस लिया गया। साथ ही उन्होंने सीमा सुरक्षा बल का अधिकार क्षेत्र बढ़ाने को लेकर भी कहा कि ‘पंजाब अगला नागालैंड’ बन जाएगा।।हाल ही में अब्दुल्ला ने अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर सरकार पर निशाना साधा था।
जम्मू में आयोजित एक कार्यक्रम में अब्दुल्ला ने कहा, ‘किसानों के आंदोलन मं 750 किसानों की मौत हो गई. जब उन्होंने देखा कि असर पांच राज्यों पर होगा, तो उन्होंने तीन कृषि कानून निरस्त कर दिए।’ अब्दुल्ला ने कहा कि जब केंद्र संसद में तीन कृषि कानूनों को पारित कर रहा था, तो उन्होंने केंद्र को इसपर बहस करने का सुझाव दिया था, लेकिन उन्होंने इसका विरोध किया। एनसी के चेयरमैन ने कहा, ‘हमें वॉकआउट करना पड़ा। वापसी के समय भी हमने बहस की सलाह दी, लेकिन उन्होंने एक शब्द नहीं सुना।’
अब्दुल्ला ने सरकार पर मनमानी करने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा, ‘उन्हें लगता है कि उनके पास इतना बहुमत है कि वे कुछ भी कर सकते हैं ’ समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, नगालैंड के मोन जिले में उग्रवादियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन में पहचान में गलती के चलते सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मौत हो गई थी। इस पर अब्दुल्ला ने कहा, ‘तलाशी लेने, संदिग्धों को गिरफ्तार करने और भारतीय क्षेत्र में 50 किमी भीतर बीएसएफ को ताकत देना, पंजाब अगला नगालैंड बनेगा. नगालैंड में मासूम मारे गए।’
उन्होंने कहा कि पंजाब में केंद्र सरकार ने 50 किमी का दायरा बीएसएफ को दे दिया, क्यों? क्या उनकी पुलिस इसे नियंत्रित करने के काबिल नहीं है? उन्होंने कहा कि यहां भी वैसी ही लड़ाई होगी, जैसी आपने नगालैंड में देखी। केंद्र सरकार ने अक्टूबर में बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र में इजाफा किया था। पहले पंजाब, पश्चिम बंगाल औऱ असम में बीएसएफ 15 किमी तक ही कार्रवाई कर सकती थी। नए फैसले के बाद 50 किमी के दायरे में बगैर केंद्र और राज्य की अनुमति के काम कर सकती हैं।