विशेष संवाददाता

निर्भया के दोषी दरिन्दे फांसी पर वटकाए जाने के चंद घंटों पहले भी अपनी सांसे लम्बी करने के तिकडम से बाज नही आ रहे हैं । फिर भी जेल मैन्अल के मुताबिक दिल्ली के तिहाड़ जेल की बैरक नंबर तीन में फांसी कोठी के समीप अलग-अलग चार सेल में कड़े पुलिस पहरे के बीच बंद ये चारों दरिन्दे लाल कपड़े पहन चुके हैं। जेल सूत्रों का कहना है कि लाल कपड़े पहनने का मतलब है ‘डेंजर जोन’।  यानी इस तरफ किसी भी कैदी को आने की इजाजत नहीं होगी।

 उधर, पवन को सुप्रीम कोर्ट की ओर से गुरुवार को झटका लगा है। उसकी फांसी से एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ने पवन की क्यूरेटिव याचिका खारिज कर दी। दोषी पवन ने नाबालिग होने के मामले में सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दाखिल की थी। हालांकि, इससे पहले निर्भया के दोषी दरिन्दे पवन ने सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल कर अपराध के समय उसके नाबालिग होने की दलील ठुकराने के आदेश को चुनौती दी थी जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।

सुप्रीम कोर्ट में 6 जजों ने चेंबर में विचार कर लिया पवन की याचिका खारिज करने का फैसला किया। कोर्ट ने कहा कि याचिका में मामले को खोलने के लिए कोई केस नहीं बनता. खुली अदालत में सुनवाई की मांग भी ठुकराई। जस्टिस एन वी रमना, जस्टिस अरुण मिश्रा, जस्टिस आर एफ नरीमन, जस्टिस आर बानुमति, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस ए एस बोपन्ना की पीठ ने यह फैसला दिया है।

मुकेश की फासी से एक दिन पहले नयी चाल

वहीं, निर्भया मामले के अन्य दरिन्दे मुकेश ने फांसी से एक दिन पहले नई चाल चली है। उसने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर फांसी पर रोक की मांग की है। मुकेश ने अपनी अर्जी में मांग की है कि फांसी से पहले उसे किसी भी कोर्ट में याचिका दाखिल करने की इजाजत दी जाए। मुकेश ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर कहा कि उसके साथ निष्पक्ष न्याय नहीं हुआ । साथ ही कहा है कि घटना के वक्त वो दिल्ली में मौजूद नहीं था बल्कि राजस्थान में था। मुकेश ने अपनी याचिका में डीएनए और आयरन रॉड दोनों ही थ्योरी पर सवाल उठाया साथ ही कहा कि इस मामले के दस्तावेज़, रिकॉर्ड और रिपोर्ट सीबीआई से जांच कराई जाए और कोर्ट उन्हें मंगाये ।

अक्षय से तलाक मागने वाली पत्नी का तिकडम

एक अन्त दरिन्दे अक्षय की पत्नी पुनीता ने औरंगाबाद ( बिहार ) की अदालत में यह दलील देते हुए पति से तलाक लेने की अर्जी दाखिल की थी कि वो एक विधवा के रूप में जिन्दगी नही बिताना चाहती, लिहाजा उसे फासी से पहले ही तलाक दिया जाय। गुरुवार को इसकी सुनवाई थी लेकिन पुनीता कोर्ट मे हाजिर नहीं हुई। न्यायाधीश ने 24 मार्च की नयी तारीख दे दी है। देखना है कि क्या फिर फांसी टलेगी या शुक्रवार की सुबह साढे पांच बजे चारो को लटका दिया जाएगा ?

चारों दरिन्दे मौत के खौफ से बैचेन

उधर जेल सूत्रों ने बताया कि फांसी कोठी के पास बनी अन्य सेल को खाली करा लिया गया है। चारों दोषियों की सेल के बाहर टीएसपी और जेल के सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। इनकी तीन-तीन घंटे के बाद ड्यूटी बदल रही है। चारों दोषियों को 20 मार्च की सुबह पांच बजे फांसी दी जानी है। इसलिए चारों दोषी बेहद बेचैन हैं। वह सुबह-शाम को मिलने वाला खाना भी कम खा रहे हैं। रात को देर तक जगे रहते हैं।

बताया गया कि इन दिनों चारों दोषियों को जो लाल कपड़े पहनाए गए हैं, इनमें लाल कमीज, लाल बनियान, लाल कच्छा, लाल रंग की पैंट शामिल है। सूत्रों का कहना है कि लाल कपड़ों के अलावा उनके मामले की फाइल का रंग भी लाल है। लाल रंग के कपड़ों का मतलब है कि वह डेंजर जोन में हैं। फाइल लाल रंग की होने से मतलब है कि वह किसी भी टेबल पर जाएगी तो समझ में आ जाएगा कि यह किस मामले की फाइल है।

चारों को उनकी ही सेल में नहलाया जाएगा। फांसी देने के बाद जेल नंबर तीन को दूसरे कैदियों के लिए थोड़ा देरी से खोला जाएगा। फांसी की सुबह जेल अधिकारी, जेल स्टाफ और इलाके के एसडीएम समय से पहले ही तीन नंबर जेल पहुंचेंगे। एसडीएम का इशारा मिलने के बाद जल्लाद चारों को फांसी देगा।

निर्भया व एपी सिंह के समर्थकों में हुई मारपीट

पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर निर्भया के समर्थकों और बचाव पक्ष के वकील ए पी सिंह के समर्थकों के बीच पुलिस की मौजूदगी में हुई जम कर मारपीट। बीच-बचाव के बाद दोनों के समर्थकों को किया गया अलग।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here