वाराणसी। रमजान के मुबारक महीने के आखिरी शुक्रवार को अलविदा कहा जाता है जिसका मतलब होता है कि अब रमजान का बरकत वाला महीना खत्म होने वाला है. बीते शुक्रवार को अलविदा की नमाज के बाद से ही चंद दिनों बाद आने वाली ईद की तैयारियां शुरू हो गई हैं. पिछले साल की तरह इस साल भी कोरोना संक्रमण के कारण बाजार में दुकानें न के बराबर ही खुली हुई है लेकिन इस बार कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के चलते देश के कई हिस्सों के साथ ही वाराणसी में भी कोरोना कर्फ्यू की घोषणा की जा चुकी है. जहां अब तक बाजारों में गिने चुने लोग नजर आ रहे थे वहीं अब बाजारों में सन्नाटा पसरा पड़ा है. जनरल मर्चेंट की दुकानों में उपलब्ध सामानों की खरीदारी हुई। कोरोना के चलते नये कपड़े, जूते आदि सामान न खरीद न के बराबर हो रही है.
कोरोना कर्फ्यू के चलते ईद-उल-फितर के मौके पर सबसे ज्यादा खाया जाने वाला व्यंजन सेवई व अन्य खाद्य पदार्थों की भी बिक्री प्रभावित हो रही है. पिछले साल की ही तरह इसबार भी लोगों के ज्यादा मिलने जुलने पर पाबंदी रहेगी इसलिए सभी लोगों ने बस रस्मअदायगी भर के समान की खरीदारी की है. हालांकि घरों में बनने वाले व्यंजनों के लिए महिलाओं ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. बच्चों में भी हर बार की तरह ईद को लेकर खासा उत्साह है. बड़े लोगों ने इस बार भी अपने लिए न सही लेकिन बच्चों के लिए रेडीमेड कपड़े जरूर मंगाए हैं.