नगर संवाददाता
इसे कहते है सही मायने में सोशल डिस्टेन्सिग। जम कर खरीदारी हुई मगर एक दूसरे से फासला बना कर रखते हुए। हर जगह भीड लगा देने वालों के लिए यह एक सीख थी एक सबक था।
बात हो रही है वाराणसी मे कोरोना वायरस के चलते लाकडाउन में रविवार को देश की जानी मानी रिटेल चेन विग बाजार से रायल रेजीडेन्सी सोसाइटी के अपार्टमेंट मे रहने वालो की खरीददारी की।
सोसाइटी के निवासियों को कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं थी। बिग बाजार स्वयं उनके द्वार पर था। बीते दस दिनो मे यह तीसरा अवसर था जब बिग बाजार ने सोसाइटी के लोगों को किराना ही नही और भी बहुत कुछ सुलभ कराया। सब्जी से लगायत नमकीन, बिस्कुट, चॉकलेट के अलावा दैनिक उपयोग में आने वाली लगभग हर चीज उपलब्ध थी।
लगभग डेढ लाख की बिक्री हुई और लोगो ने अनुशासित होकर खरीदारी की। हाल मे बिग बाजार सजा था।
हाल के बाहर गैलरी मे दो गज के फासले पर कुर्सियों लगी थी जहाँ बैठ कर अपनी बारी का इन्तजार करना था। हाल के द्वार पर सैनिटाइज करने के बाद प्रवेश दिया जा रहा था। सामान की खरीद भी इत्मीनान के साथ फासला रखते हुए की जा रही थी। यही नहीं बाजार लगने के पूर्व सोसाइटी ने पूरे हाल को ही सेनेटाइज किया था।
भुगतान के लिए भी दूरी बना कर रखी कुर्सियों पर बैठना था। इसका श्रेय सचमुच पेशे से प्राध्यापक और सोसाइटी के सचिव डाक्टर संजीव कुमार और उनकी टीम को जाता है।
लेकिन डाक्टर साहब से आग्रह है कि बिग बाजार को ताजा फल सुलभ कराने के लिए भी कहें। सब्जी के मामले मे भी बिग बाजार का क्लास लेना चाहिए। पिछले रविवार को किसिम किसिम की ताजा सब्जियां उपलब्ध थीं मगर आज सिर्फ आलू और प्याज देख कर निराशा हुई साथ ही निराशा डेयरी उत्पादों की अनुपलब्धता से भी थी। आशा है कि अगली बार ये सब आयटम उपलब्ध रहेंगे।