अश्वेत की अमेरिका मे मौत से ब्रिटेन मे भी उग्र प्रदर्शन

अमेरिका में अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की 25 मई को पुलिस हिरासत में मौत को लेकर ब्रिटेन में भी प्रर्दशन भड़के हैं। इस दौरान लंदन के पार्लियामेंट स्क्वॉयर में स्थित महात्मा गांधी और विंस्टन चर्चिल की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया गया था।

इसे देखते हुए प्रतिमाओं की सुरक्षा बढ़ा दी गई थीं. हालांकि, अब सुरक्षा के मद्देनजर लंदन कार्यालय के मेयर द्वारा महात्मा गांधी, नेल्सन मंडेला और विंस्टन चर्चिल की प्रतिमाओं को हटाया जा रहा है।

लिसेस्टर सिटी काउंसिल शहर में सभी सड़क के नाम, मूर्तियों और स्मारकों की समीक्षा कर रही है। इसके मद्देनजर महात्मा गांधी की प्रतिमा हटाने की याचिका पर 5,000 से अधिक हस्ताक्षर प्राप्त किए गए थे।

इसके जवाब में एक चैरिटी ने लिसेस्टर में प्रतिमा के चारों ओर सर्कल में खड़े होकर और सफेद रिबन बांधकर प्रतिरोध जताया था. वहीं, भारतीय मूल के लोगों ने जनरल हैवलॉक और जनरल क्लाइव की प्रतिमा को सेंट्रल लंदन से हटाने की मांग की।

प्रदर्शन के दौरान ब्रिटेन विंस्टन चर्चिल और महात्मा गांधी की प्रतिमाओं को नस्लवादी लिखकर विकृत किया गया था । वहीं, प्रदर्शनकारियों ने ब्रिस्टल में एडवर्ड कॉलस्टन की प्रतिमा को गिरा दिया था। कॉलस्टन रॉयल अफ्रीकन कंपनी के सदस्य थे जो 80,000 लोगों को अफ्रीका से अमेरिका ले गए थे।

इस घटना को ब्रिटेन की गृहमंत्री प्रीति पटेल ने शर्मनाक बताया था। उन्होंने लंदन में प्रदर्शन के दौरान भीड़ के बर्ताव पर भी सख्त आपत्ति जताई थी, जहां 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए. वहीं, लेबर पार्टी सांसद फ्लोरेंस एशालोमी ने भारतीय मूल की गृहमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि उनमें नस्लवाद के मुद्दे पर समझ की कमी है।

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