अमेरिका में दिनों दिन विकराल होती जा रही महामारी कोरोना वायरस से निबटने के लिए बनाए गए नियमों की अनदेखी करने वालों पर अब न्याय विभाग ने बेहद सख्त रुख़ अपनाया है।
नए आदेश के तहत कोरोना वायरस का खतरा दूसरों तक पहुंचाने वालों को अब यहां पर आतंकी समझा जाएगा। डिप्टी एटॉर्नी जनरल जेफरी रोसेन ने कहा है कि जानबूझ कर इस वायरस को फैलाने वालों पर आतंकी मानकर कार्रवाई की जाएगी और यह माना जाएगा कि उसने ऐसा दूसरों को संक्रमित करने के लिए जान बूझकर किया है। नए नियम के तहत दोष सिद्ध होने पर उम्रकैद तक की सज़ा का प्रावधान है।
इस संबंध में एक लिखित आदेश जारी कर कहा गया है कि ऐसा करने वालों को बायलॉजिकल एजेंट माना जाएगा। न्याय विभाग के तहत आने वाली सभी एजेंसियों को जारी इस आदेश में कहा गया है कि ऐसे किसी भी व्यक्ति को देश में आतंकवाद फैलाने का दोषी मानते हुए गिरफ्तार किया जाएगा। आदेश में जेफरी रोसेन यह भी कहा है कि अमेरिका के नागरिक अब ऐसे लापरवाह लोगों को जो इस वायरस को हथियार बना रहे हैं और दूसरों को संकट में डाल रहे हैं, किसी भी सूरत से बर्दाश्त नहीं करेंगे।
गौरतलब है कि अमेरिका में कोरोना वायरस की चपेट में अब तक 69 हजार से अधिक लोग आ चुके हैं। वहीं एक हजार से ज़्यादा लोगों की मौत इसकी चपेट में आने से अब तक हो चुकी है। सरकार इसको लेकर बेहद गंभीर है, लेकिन इससे बेपरवाह लोग और वो लोग जो जान बूझकर दूसरों को इसका शिकार बना रहे हैं, सरकार की मुश्किलें और बढ़ा रहे हैं। अमेरिका में कुछ जगहों पर आंशिक लॉकडाउन है। वहीं सरकार लगातार सोशल डिस्टेंसिंग का नियम मानने की जानकारी भी दे रही है। इसके बाद भी लोग इसको नहीं मान रहे हैं।
न्यूयॉर्क में पिछले दिनों भीड़-भाड़ वाली तस्वीरों के सामने आने के बाद नियमों को और कड़ा भी किया गया था लेकिन उसका भी लोगों पर कोई असर होता दिखाई नहीं दे रहा है। वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रपति ट्रंप यह तो मान रहे हैं कि सरकार के समक्ष इस वायरस से लड़ने की चुनौती काफी बड़ी है लेकिन इसके बावजूद वो देश में लॉकडाउन करने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि ऐसा करके वो देश में आर्थिक मुश्किलों को नहीं बढ़ा सकते हैं। यही वजह है कि सरकार को नियमों को और अधिक कड़ा करना भी पड़ा है।
रोसेन ने कहा है कि सरकार इस वायरस से निबटने के लिए हर संभव उपाय कर रही है। लेकिन यह चुनौती काफी मुश्किल और बड़ी है। उन्होंने यह भी कहा है कि इस दौरान कई तरह के अपराध सामने आ रहे हैं जिसमें फर्जी मास्क बेचना, कोरोना वायरस से बचाव के लिए स्कीम शामिल है। उनके मुताबिक इस दौरान कई तरह की फर्जी वेबसाइट और एप धड़ल्ले से इस तरह के फर्जी खेल को अंजाम देने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने साफ कर दिया है कि सरकार इनसे सख्ती से निबटेगी और इस तरह के फर्जीवाड़े को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेगी। इस तरह के एप और वेबसाइट को लेकर एक रिपोर्ट पिछले दिनों सामने भी आई थी।