कोरोना वायरस ने ऐसी दहशत मचाई है कि सभी दहले हुए हैं। मौतें हो रहीं हैं, उद्योग मंदी के शिकार हो गए हैं। भारत में लोग आशंकित हैं। लेकिन भारत में मुर्गा उद्योग सबसे ज्यादा प्रभवित है। लोगों ने चिकन खाना ही जैसे छोड़ दिया है। हाल ये है कि कोई उसे पूछ ही नहीं रहा है। 30 रुपये में एक प्लेट चिकन बेचा गया और यह काम गोरखपुर में हुआ।

पॉल्ट्री फार्म एसोसिएशन ने यहां चिकन मेला का आयोजन किया। यह आयोजन कोरोना के भय से धड़ाम हुई पोल्ट्री इंडस्ट्रीज को होली के त्योहार पर संभालने के लिए किया गया।

इसके लिए करीब एक हजार ब्रायलर मुर्गे काटे गए। ढाई हजार अंडों की करी भी खिलाई। यही नहीं, एसोसिएशन ने शनिवार, रविवार और सोमवार को शहर की सभी शॉप पर बिक्री के लिए 100 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से ड्रेस्ड ब्रायलर मुर्गा उपलब्ध कराने का निर्णय लिया है। एसोसिएशन ने यह आयोजन उन अफवाहों को खारिज करने के लिए किया था जिनके अनुसार, पक्षियों से कोरोना वायरस फैलता है।

पॉल्ट्री फॉर्म एसोसिएशन के अध्यक्ष का कहना था कि कोरोना वायरस के डर से लोगों ने पिछले एक महीने से चिकन खाना बंद कर दिया था। उन्होंने कहा, “हमने इस मेले का आयोजन किया, जिसमें हमने लोगों को चिकन खाने के लिए बुलाया। हम उन्हें बताना चाहते थे कि कोरोना वायरस चिकन, मटन या मछली खाने से नहीं होता। मेले के लिए हमने लगभग एक हजार किलोग्राम चिकन पकाया और पूरा स्टॉक खत्म हो गया।”

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