कोरोना के खतरे ने जनगणना 2021 और एनपीआर की प्रक्रिया को अनिश्चित काल के लिए टाल दिया है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, जनगणना 2021 के पहले चरण और NPR की प्रक्रिया को अगले आदेश तक स्थगित कर दिया गया।

गृह मंत्रालय के इस आदेश के बाद अब राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के अपग्रेडेशन और 2021 के जनगणना के पहले चरण का कार्य तय समय-सारिणी पर नहीं शुरू होगा। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में 21 दिन की बंदी की घोषणा की है। जाहिर है कि जब सभी घर के अंदर रहेंगे तो जनगणना का काम कैसे होगा।

क्या है इनपीआर

नेशनल पॉपुलेशन रजिस्टर यानी राष्ट्रीय जनगणना रजिस्ट्रर NPR के तहत एक अप्रैल, 2020 से 30 सितंबर, 2020 तक नागरिकों का डेटाबेस तैयार करने के लिए देशभर में घर-घर जाकर जनगणना की तैयारी है। इसमें देश के हर नागरिक की जानकारी दर्ज होगी।

एनपीआर हर दस साल में होने वाली जनगणना का हिस्सा है। देश के सभी निवासियों की व्यापक पहचान का डेटाबेस बनाना एनपीआर का मुख्य उद्देश्य है। इस डाटा में जनसंख्या के आंकड़ों के साथ ही भारत के हर ना‍गरिक की बायोमीट्रिक जानकारी भी दर्ज होगी। आधार कार्ड की तरह ही इस बार एनपीआर में भी आंखों की रैटिना और फिंगर प्रिंट भी लिए जाएंगे।

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