अमेरिका में कोरोना से मारने वालों का आंकड़ा एक दिन में 2400 तक बढ़ने से खलबली मच गई। जो सोच रहे थे कि राहत आएगी, उन्हें झटका लगा है। संक्रमितों की संख्या एक दिन के लिहाज से ज्यादा हुई है तो महामारी से आक्रांत मिसौरी ( missouri)राज्य ने चीन पर ही मुकदमा कर दिया है।
कोरोनावायरस से दुनिया में अब तक 25 लाख 56 हजार 725 संक्रमित हो चुके हैं। एक लाख 77 हजार 618 की मौत हो चुकी है, जबकि छह लाख 90 हजार 329 ठीक हुए हैं। अमेरिका ( america)में 24 घंटे में 2,804 लोगों की जान गई है और 25,985 केस सामने आए हैं। यहां मौतों का आंकड़ा 45 हजार से ज्यादा हो गया है। वहीं संक्रमितों की संख्या आठ लाख 18 हजार 744 हो चुकी है।
इस बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ( trump) ने कहा है कि अमेरिका में विदेशियों के बसने पर रोक के आदेश पर जल्द ही हस्ताक्षर करूंगा। देश में 60 दिनों तक प्रवासियों के आने पर प्रतिबंध रहेगा। वॉशिंगटन पोस्ट ( washington post)के मुताबिक, फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के डायरेक्टर रॉबर्ट रेडफिल्ड ने मंगलवार को चेतावनी दी कि कोरोना की दूसरी लहर ज्यादा विनाशकारी होगी। क्योंकि हम फ्लू की महामारी और कोरोना दोनों से एक ही वक्त पर जूझ रहे होंगे। उन्होंने कहा कि इस बात की पूरी आशंका है कि अगली सर्दियों में हम फिर से इस महामारी की चपेट में होंगे।
ट्रम्प ने कहा- इमिग्रेशन के नियमों में वे कुछ छूट भी देंगे। यह अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर निर्भर करेगा कि यहां स्थाई तौर पर बसने आने वालों पर 60 दिन के बाद भी प्रतिबंध बढ़ाएंगे या नहीं। जरुरत पड़ने पर इसे 30 दिनों के लिए या ज्यादा समय के लिए भी बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने अस्थाई प्रतिबंध लगाने के कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा- अमेरिका को पहले अपने कामगारों का ध्यान रखना होगा। कोरोना संकट के कारण लाखों अमेरिकियों ने नौकरी गंवा दी है। उनके साथ कभी अन्याय नहीं होगा।
ट्रम्प ने कहा- महमारी ऐसे समय में फैली, जब अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर चल रहा था। चीन पर उनके जैसी सख्ती किसी ने नहीं दिखाई। फिर पता नहीं अचानक ये अदृश्य दुश्मन कहां से आ गया। संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि महामारी की वजह से दुनिया के कई देशों में अकाल पड़ने का खतरा है। विश्व खाद्य कार्यक्रम (wfp) के प्रमुख डेविड बेस्ले ने कहा कि विकासशील देशों के 30 से ज्यादा देशों में व्यापक अकाल को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की जानी चाहिए। इस संकट की वजह से लगभग 26.5 करोड़ लोग भुखमरी की कगार पर होंगे। डब्ल्यूएफपी का कहना है कि संघर्ष, आर्थिक संकट और जलवायु परिवर्तन से प्रभावित 10 देशों में सबसे ज्यादा खतरा है। उधर, अमेरिकी राज्य मिसौरी ने कोरोना को लेकर चीन पर सिविल केस दर्ज किया है। राष्ट्रपति ट्रम्प भी इसके लिए लगातार चीन पर हमला कर रहे हैं।