अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का बहुप्रतीक्षित निर्माण अब अक्तूबर में पडने वाले शारदीय नवरात्र से शुरू होगा। चूंकि सावन, भादों और अश्विन के इन तीन महीनों में अब कोई शुभ काम नहीं हो सकते हैं इसलिए  अब नवरात्र में ही मंदिर निर्माण के लिए शिलान्यास पूजन की तैयारी की जा रही है। विश्व हिन्दू परिषद के सूत्रों ने यही संकेत दिए हैं।

 हाल ही में 26 जून को विहिप की बैठक अयोध्या में हुई थी, जिसमें इस मुद्दे पर काफी विचार किया गया था। फिर संतों ने एक पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भगवान राम के मंदिर का शिलान्यास करने के लिए अयोध्या आने का आग्रह भी किया। पता चला है कि अक्तूबर में होने वाले इस शिलान्यास कार्यक्रम को एक भव्य आयोजन बनाने के लिए बड़े पैमाने पर इसकी ब्रांडिंग भी की जाएगी।

 दूसरी ओर सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी तय किया है कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई 5 एकड़ जमीन पर अयोध्या में मस्जिद का निर्माण भी अक्तूबर में ही शुरू होगा। अयोध्या शहर से 22 किलोमीटर दूर सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में मस्जिद निर्माण के लिए 5 एकड़ जमीन सुन्नी वक्फ बोर्ड को 7 मार्च को दी गई थी। अब राजस्व के अभिलेखों में इस जमीन के इंद्राज की प्रक्रिया चल रही है। बोर्ड के चेयमरैन जुफर फारुकी ने ‘हिन्दुस्तान’ से बातचीत में यह जानकारी दी। 
 
प्रदेश सरकार द्वारा सुन्नी वक्फ बोर्ड के कार्यकाल को छह महीने बढ़ाने के बाद पहली बार मीडिया से बातचीत में जुफर फारुकी ने कहा कि मस्जिद निर्माण के लिए 14 सदस्यीय ट्रस्ट गठित हो चुका है। इस ट्रस्ट में कुछ वरिष्ठ धर्मगुरु और वास्तुविद भी शामिल किए गए हैं। ट्रस्ट की घोषणा जल्द ही कर दी जाएगी। फारूकी के अनुसार कार्यकाल का विस्तार होने के बाद बोर्ड की पहली मीटिंग इसी महीने आनलाइन होगी। मीटिंग में अयोध्या में सरकार की ओर से मिली जमीन पर मस्जिद निर्माण के लिए पहले लाए गए प्रस्तावों की पुष्टि भी की जाएगी।  

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here