अयोध्या। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर अयोध्या के संत-महंत आक्रोश से भर गए हैं। हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि दिग्विजय सिंह का मानसिक संतुलन खराब हो चुका है और इन्हीं जैसे नेताओं की वजह से आज कांग्रेस गर्त में है। दरअसल, दिग्विजय सिंह ने कहा था कि हिंदुत्व और हिंदू में कोई संबंध नहीं है। साथ ही गाय को लेकर भी उन्होंने टिप्पणी की थी। दिग्विजय सिंह ने कहा था कि गाय एक ऐसा पशु है, जो खुद के मल में ही लोट लेती है। उन्होंने गौमांस खाने को लेकर भी टिप्पणी की थी।
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहां कि दिग्विजय सिंह सस्ती लोकप्रियता के लिए अनाप-शनाप बयान देते हैं, जिसका परिणाम है कि कांग्रेस गर्त में चली गई है। दिग्विजय सिंह हिंदू, सनातन संस्कृति, देवी-देवता, साधु-संतों और हिंदुत्व का अपमान करते हैं। इसी का परिणाम है कि कांग्रेस खत्म हो चुकी है। दिग्विजय सिंह पर हमलावर होते हुए राजू दास ने कहा कि हिंदुत्व और गाय के बारे में उन्होंने जो कहा है कि गाय हमारी माता नहीं हो सकती है । तो उनसे पूछा जाना चाहिए कि कैसे नहीं हो सकती है। सनातन धर्म और संस्कृति में गौ पूजनीय है। हमलोग जब ठाकुर जी का भोग निकालते हैं, तो उसके पहले गौग्रास निकालते हैं। पहले गाय माता को हमलोग भोजन देते हैं, उसके बाद हम लोग ठाकुर जी को भोजन देते हैं। हमारे यहां सनातन धर्म और संस्कृति में गऊ पूज्य है और पूज्य रहेगी।
तपस्वी छावनी के महंत परमहंस दास में कहा कि वेदों में लिखा गया है गाय पूरे विश्व की मां है। बड़े से-बड़े वैज्ञानिक ने भी यह साबित कर दिया है कि जो मां का दूध होता है, वही गौमाता का भी दूध होता है। इसलिए गाय पूरे विश्व की माता है और हिंदू और हिंदुत्व दोनों एक हैं। अगर हिंदू है तो वहां हिंदुत्व होगा ही, जिस तरह से स्त्रित्व के बिना स्त्री नहीं हो सकती, पुरुषत्व के बिना पुरुष नहीं हो सकता, मनुष्यत्व के बिना कोई मनुष्य नहीं हो सकता, उसी तरह हिंदुत्व के बिना कोई हिंदू नहीं होता।
जिस दिन धर्मदंड शुरू हो जाएगा तब भागने का रास्ता भी नहीं बचेगा – परमहंस दास
परमहंस दास ने कहा कि यह जो कांग्रेसी कह रहे हैं, ये तो भगवान को भी काल्पनिक कह चुके हैं। ये गाय को कैसे मां मानेंगे। गाय 100 करोड़ों धर्मावलंबियों की मां है। श्रेष्ठ लोगों की गाय मां है.।ये जितने कांग्रेसी हैं मानसिक रूप से बीमार हैं। इनको मेंटल हॉस्पिटल में रखना चाहिए। ये जब देख रहे हैं कि कांग्रेस पार्टी का सूपड़ा साफ हो रहा है तो खिसियानी बिल्ली की तरह खंभा नोच रहे हैं ये लोग। इसीलिए ऐसे लोग जहर उगलते रहते हैं इनके लिए जगत गुरु परमहंस, आचार्य, साधु-संत, धर्माचार्य काफी हैं। जिस दिन यह धर्मदंड शुरू हो जाएगा, उस दिन पता नहीं लगेगा। भागने का रास्ता भी नहीं बचेगा। अगर ये जहर उगलना बंद नहीं करेंगे, तो वह दिन भी जल्दी आ जाएगा, जब जितने कांग्रेसी मिलेंगे हमलोग इस तरह से लाठीचार्ज करेंगे कि उनको बचने की भी जगह नहीं मिलेगी।