नई दिल्ली।। उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी ने कहा है कि वो लखीमपुर हिंसा की घटना में मारे गए सभी 8 लोगों के परिवारों को मुआवजा दे रहे हैं। जबकि, कांग्रेस ने केवल 5 ही परिवारों को मुआवजा देने का फैसला किया है। हिंसा में चार किसानों, तीन बीजेपी कार्यकर्ताओं और एक पत्रकार की मौत हो गई थी।

यूपी सरकार ने घटना में मारे गए चारों किसानों और पत्रकार रमन कश्यप के परिवार को 45 लाख रुपये के चेक वितरित किए हैं। बुधवार को बीजेपी कार्यकर्ता श्याम सुंदर के परिवार को भी 45 लाख रुपये का चेक मिला। यही राशि बीजेपी कार्यकर्ता शुभम मिश्रा और ड्राइवर हरि ओम मिश्रा के परिवारों को दी गई है। साथ ही एक परिजन को नौकरी का भी वादा किया गया है। राज्य सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, ‘यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। हमने सभी 8 परिवारों को मुआवजा दे दिया है।’

यूपी के एक कांग्रेस नेता ने कहा, ‘तीन अन्य लोग (दो बीजेपी कार्यकर्ता और थार वाहन का ड्राइवर) किसानों के क्रूर नरसंहार में शामिल थे। उन्हें कैसे मुआवजा दिया जा सकता है? वे आरोपी हैं.’ हालांकि, बीजेपी का कहना है कि तीन अन्य लोगों को पीट-पीट कर मार डाला। साथ ही कहा गया कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने भी लखीमपुर दौरे के दौरान इन तीन परिवारों से नहीं मिलने का फैसला किया है।

एक पत्रकार और चार किसानों के परिवारों को मुआवजा देने के मामले में कांग्रेस ने यूपी सरकार को पीछे करने की कोशिश की है। छत्तीसगढ़ और पंजाब सरकार की तरफ से इन सभी को 50-50 लाख रुपये मिलेंगे। इसके बाद मुआवजे की कुल राशि 1 करोड़ रुपये हो जाएगी। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा है कि यूपी सरकार को किसानों के परिवारों को 2 करोड़ रुपये का मुआवजा देना चाहिए।

उम्मीद की जा रही है कि गुरुवार को लखीमपुर दौरे पर अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी नेता सतीश चंद्र मिश्रा भी अपनी तरफ से मुआवजे का ऐलान कर सकते हैं। हालांकि, यह भी उम्मीद की जा रही है कि वे दो बीजेपी कार्यकर्ताओं और उस कार के ड्राइवर के मामले को नजरअंदाज कर सकते हैं, जिन्हें वीडियोज में विरोध कर रहे किसानों को कुचलते हुए दिखाया गया है।

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