वाराणसी। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर पड़ाव चौराहे के गन्ना संस्थान की 10 एकड़ जमीन पर 39.75 करोड़ की लागत से निर्मित पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्थल उपवन का निरीक्षण किया। इसके अलावा स्मृति स्थल पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के जीवन व सिद्धांतों के दर्शन के साथ ही वैदिक उद्यान, रिसर्च सेंटर व  सांस्कृतिक आडिटोरियम, इंटरप्रेटेशन वाल को भी उन्होंने देखा। पड़ाव चौराहे का सुंदरीकरण कराते हुए स्मृति स्थल पर पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की 63 फीट की विशालकाय प्रतिमा लगायी गयी है। उपवन में पंडित जी के एकात्म मानववाद के विचार और उनके आदर्शों का दर्शन होगा।

गौरतलब हैं कि इसके अलावा वैदिक उद्यान का निर्माण भी होगा। वैदिक उद्यान में सैकड़ों की संख्या में औषधीय पौधे लगाये गये हैं। इससे समाज के गरीबों को लाभ होगा और आयुर्वेदिक चिकित्सा को बढ़ावा मिलेगा। स्मृति स्थल पर ही सांस्कृतिक आडिटोरियम भी बनाया गया है। आडिटोरियम में जिले के अलावा पूर्वांचल के कलाकारों को अपने कला का प्रदर्शन करने के लिए मंच मिलेगा। निरीक्षण के दौरान उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं धर्मार्थ कार्य राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉक्टर नीलकंठ तिवारी भी मौजूद रहे।

मोदी करेंगे उद्घाटन

निरीक्षण के दौरान पत्र प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के विचारों की ओर लोगों को प्रेरित के उद्देश्य से इस स्थल को विकसित करने के पहले चरण का कार्य पूरा हुआ है। उन्होंने विशेष रूप से जोर दे कर कहा कि पड़ाव के इस भू-भाग का नाम पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी से जुड़ने से देश-दुनिया में इसका महत्व और बढ़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आगामी दौरे के दौरान पं0दीनदयाल उपाध्याय स्मृति उपवन को राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा। अंत्योदय योजना के तहत समाज के अंतिम पायदान पर बैठे व्यक्ति तक शासन की योजना कैसे पहुंचती है, इन सब का नया शंखनाद होगा।

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