चंडीगढ़। रामदासिया दलित समुदाय के चरणजीत सिंह चन्नी ने राजभवन में पंजाब के 17वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। राजभवन में इस समारोह संबंधी सभी तैयारियां कल से ही शुरू हो गई थी। इतना ही नहीं इस समारोह में राहुल गांधी भी मुख्य तौर पर शामिल हुए। 

कैप्टन से मिलने सिसवां जाएंगे चन्नी

अब थोड़ी देर में मुख्यमंत्री चरणजीत चन्नी पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह से मुलाकात करने के लिए सिसवां स्थित उनके आवास पर जाएंगे। हालांकि उनके साथ और कौन कैप्टन से मिलने जाएगा, ये अभी स्पष्ट नहीं है।

रंधावा-सोनी बने डिप्टी सीएम

सुखजिंदर रंधावा और ओमप्रकाश सोनी पंजाब के नए उपमुख्यमंत्री के तौर पर काम करेंगे। इन दोनो ने भी चन्नी के साथ ही डिप्टी सीएम के तौर पर शपथ ली।

आज चरणजीत सिंह चन्नी इतिहास में अपना नाम पंजाब के पहले दलित मुख्यमंत्री के तौर पर दर्ज करा लिया। रविवार को दिनभर मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर सुगबुगाहटों का दौर चलता रहा। हालांकि शाम ढलते-ढलते कांग्रेस हाईकमान ने सभी सुगबुगाहटों पर विराम लगा दिया। इसके साथ मुख्यमंत्री की कुर्सी पर पहली बार किसी दलित चेहरे को बैठाने का इतिहास भी रच दिया गया। वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने दलित को मुख्यमंत्री बनाने पर कहा कि यह कांग्रेस ने सभी सियासी दलों को धोबी पछाड़ किया है। पंजाब में चन्नी उत्तर भारत के पहले दलित मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि चन्नी सियासी चश्मे से हर बात को बारीकी से समझते हैं। 

कैप्टेन नहीं हुए शामिल 

जानकारी के लिए आपको बता दें कि इस समारोह में कैप्टन अमरिंदर सिंह शामिल नहीं हुए। सभी की नजरें मुख्यमंत्री पर टिकी थी कि आज वह शामिल नहीं हुए। लेकिन अब खबर सामने है कि इस समारोह में कैप्टेन अमरिंदर सिंह शामिल नहीं होंगे। हालांकि उन्होंने बीते दिन ही चन्नी को मुख्यमंत्री बनने के बाद शुभकामनाएं दे दी थी। 

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