कोरोना से लड़ने की दूर से नसीहत देने में बहुत लोग लगे हैं। लेकिन एक राष्ट्राध्यक्ष ऐसा है जो मौत से आंखें मिलाकर लौटा है। ये हैं ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन (boris johnson) । जिनका कहना है कि मरने से बच गया। डॉक्टर्स ने बचाया, हालांकि एक समय ऐसा था कि मेरी मौत की सूचना देने की तैयारी कर ली गयी थी।
जॉनसन ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि इलाज के दौरान उनके डॉक्टरों ने मौत के ऐलान के लिए तैयारी कर ली थी। द सन से बातचीत करते हुए जॉनसन ने कहा कि उन्हें जिंदा रखने के लिए कई लीटर ऑक्सीजन (oxygen ) दिया गया।
L55 साल के जॉनसन ने कहा- ‘वह मुश्किल वक्त था। मैं इनकार नहीं करूंगा। ‘स्टालिन की मौत’ की तर्ज पर उन्होंने प्लानिंग (planning ) कर ली थी। मेरी स्थिति अच्छी नहीं थी और मुझे ये पता था कि आकस्मिक घटना को लेकर प्लान तैयार है।
जॉनसन ने हॉस्पिटल में इलाज का जिक्र करते हुए कहा कि मॉनिटर (monitor )पर दिखने वाला इंडिकेटर लगातार गलत दिशा में जा रहा था। इस दौरान उन्हें एहसास हो गया था कि कोरोना वायरस का कोई इलाज नहीं है।
उन्होंने कहा कि ये मानना मुश्किल हो रहा था कि कैसे कुछ ही दिन में तबीयत इतनी अधिक खराब हो गई। मुझे याद है कि मैं फ्रस्ट्रेटेड था। मैं समझ नहीं पा रहा था कि मैं बेहतर क्यों नहीं हो रहा हूं।
जॉनसन के लिए अच्छी बात ये रही है कि ठीक होने के कुछ ही दिन बाद उनकी मंगेतर कैरी सिमंडस ने बेटे को जन्म दिया। उन्होंने अपने बेटे का नाम (निकलस) उस डॉक्टर के नाम पर रखने का फैसला किया है जिन्होंने उनकी जान बचाई।